कांग्रेस को अपने विधायकों की खरीद-फरोख्त का डर तो भाजपा अंतर्कलह से परेशान! उत्तराखंड में सरकार को लेकर हलचल तेज
उत्तराखंड में 10 मार्च मतगणना से पहले कांग्रेस और भाजपा के नेता कई दिनों से हाईकमान से मिलने के लिए दिल्ली का चक्कर काट रहे हैं। अगर बात करें भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत कई नेता दिल्ली में पार्टी आलाकमान से मिलकर लौटे हैं। मुख्यमंत्री धामी तो 5 दिनों से दिल्ली और वाराणसी में हाईकमान से मुलाकात करने में लगे रहे।
मुख्यमंत्री धामी शनिवार शाम को वापस लौटे हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत प्रीतम सिंह दो दिन दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान से मिलकर आए हैं। अब गणेश गोदियाल भी दिल्ली जाने की तैयारी कर रहे हैं। भाजपा और कांग्रेस नेताओं की दिल्ली दौड़ को आगामी विधानसभा चुनाव परिणामों के बाद बनने वाली स्थितियों पर पहले से होमवर्क के तौर पर देखा जा रहा है। वहीं दूसरी ओर राजनीतिक गलियारों में यह भी चर्चा है कि हॉर्स ट्रेडिंग (खरीद-फरोख्त) से बचाने के लिए कांग्रेस ने चुनाव परिणाम के बाद अपने विधायकों को सुरक्षित रखने के लिए खास तैयारी भी शुरू कर दी है। कांग्रेस हाईकमान की ओर से इसके लिए राजस्थान में सुरक्षित ठिकाना तलाशा जा रहा है।
आपको बता दें कि कुछ वर्षों से कांग्रेस आलाकमान अपने विधायकों को खरीद फरोख्त से बचाने के लिए राजस्थान भेज देती है। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए पार्टी के नेताओं में भितरघात की समस्या अभी जस की तस बनी हुई है। प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक पर पार्टी के विधायक ही जिस तरह से आरोपों की बौछार कर चुके हैं, उससे साफ तौर पर तय है कि पार्टी के भीतर खेमेबाजी चल रही है और सब कुछ तो दुरुस्त नहीं है। हाईकमान जल्द ही उत्तराखंड भाजपा संगठन में बदलाव करने की तैयारी कर रहा है।
मतगणना से पहले कांग्रेस ने उत्तराखंड में शुरू की अपनी तैयारियां–
कांग्रेस के नेता उत्तराखंड में अपनी सरकार बनने को लेकर आश्वस्त दिखाई दे रहे हैं। राजधानी देहरादून में स्थित कांग्रेस मुख्यालय को सजाया और संवारा जा रहा है। चुनाव नतीजों को लेकर पार्टी मुख्यालय में कंट्रोल रूम बनाने के साथ ही बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई जाएगी। कंट्रोल रूम में जिन पदाधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने इसी को लेकर शनिवार को बैठक की।
गोदियाल ने बताया कि कंट्रोल रूम में संगठन महामंत्री मथुरा दत्त जोशी, गरिमा महरा दसौनी, डा आरपी रतूड़ी, अमरजीत सिंह, राजेंद्र सिंह भंडारी व प्रेम बहुखंडी शामिल किए गए हैं। इसके अतिरिक्त सुरेंद्र रांगड़, आचार्य नरेशानंद नौटियाल, परिणीता बडोनी, शांति रावत व विशाल मौर्य भी तैनात किए गए हैं। इसकी वजह है कि यहां कांग्रेस की सरकार है। 10 मार्च मतगणना से पहले कल यानि सोमवार को हाईकमान से अपनी तैयारियों को अंतिम रूप को लेकर हरीश रावत, प्रीतम सिंह और गणेश गोदियाल एक बार फिर दिल्ली जाने की तैयारी कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि 10 मार्च को मतगणना के साथ नई पारी खेलने के लिए वह संकल्प लेंगे।