Fatehpur Breaking News:होली पर फतेहपुर जिले मे रंग डालने को लेकर हुआ विवाद, मामला जातीय संघर्ष मे बटा
प्रशासन को घोर लापरवाही के चलते जातीय उन्माद फैला कर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया गया है।
फतेहपुर: थाना किशनपुर फतेहपुर में आज होली के दिन पूर्व सुनियोजित तरीके से सरौली गांव के लोगों द्वारा केवल खटीक जाति के लोगों को टारगेट करके घरों में घुसकर महिलाओं, बच्चों को बुरी तरह से मारा पीटा गया, ये सब तब हुआ जब किशनपुर थानाध्यक्ष स्वयं ड्यूटी पर मौजूद थे। आगे आगे हौसले बुलंद अराजक तत्व घरों में घुसकर दरवाजा बंद करके मार पीट कर रहे थे और पीछे पुलिस प्रशासन मूक दर्शक की भूमिका में नजर आ रहा था। प्रशासन को घोर लापरवाही के चलते जातीय उन्माद फैला कर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया गया है।
बच्चों द्वारा रंग लगाने को लेकर सरौली गांव के सिंहरौर बिरादरी के लोगों द्वारा जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर गाली गलौज दिया गया जिसको बना करने से तनाव पैदा हुआ था, जिसको थानाध्यक्ष किशनपुर आशुतोष सिंह को दूरभाष के माध्यम से अवगत कराया गया लेकिन थानाध्यक्ष आशुतोष सिंह द्वारा कोई कानूनी कार्यवाही न करते हुए बल्कि अराजक तत्वों का साथ देते हुए गिरफ्तारी की बजाए उनको मदद के साथ निकालवा रही है। जिसके चलते वो लोग घूम घूम कर लोगों को मारपीट कर रहे हैं।
सीओ जीडी मिश्रा एवं थानाध्यक्ष आशुतोष सिंह की मजूदगी होने के बावजूद भी स्थितियां काबू में नहीं हो रही। पीएसी तैनात किया जाना अति आवश्यक है।
बता दें कि किशुनपुर कस्बा में सर्वोदय इंटर कालेज के पास कुछ लोग नाच रहे थे। सड़क से निकलते लोगों को रोककर उनपर जबरदस्ती रंग लगाकर काफी देर से हुड़दंग मचा रहे थे। इस दौरान पड़ोसी गांव सरौली गांव के रहने वाले सोनू प्रजापति, इंद्रजीत सिंह व संजय कोरी निकले। नाचते युवकों ने बाइक सवारों को रोककर रंग लगा दिया। बाइक सवारों ने बीमार होने की बात कही तो किसी ने बाइक सवार इंद्रजीत के सिर पर लोटा मार दिया। मारपीट से मामला बिगड़ गया।
यह बात सरौली गांव पहुंची तो तमाम लाेग लाठी-डंडा लेकर किशुनपुर कस्बा आ गए। दो पक्षों के आमने सामने आते ही मारपीट शुरू हो गई। इस बीच छह लोग जख्मी हो गए और कई लोगों को अधिक चोट आईं। घायलों को लेकर सरौली गांव के लोग थाने पहुंच गए और हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए थाने का घेराव कर हंगामा शुरु कर दिया।