दिन दहाड़े गाय की कर डाली हत्या, गोमांस बरामद

आरोपियों की गिरफ्तारी में जुटी पुलिस, हल्का दरोगा पर लगा गोकसो को संरक्षण देने का आरोप.....

Update: 2021-09-20 11:06 GMT

फतेहपुर । जिला पुलिस की शिथिल कार्यप्रणाली व निष्क्रियता की बदौलत जिले में हो रही बड़े पैमाने पर गौकसी व तश्करी थमने का नाम नहीं ले रही है। बीती रात ग्रामीणों की सूचना पर कोतवाली पुलिस ने कोतवाली क्षेत्र के खैरई व पाई गाँव के बीच स्थित वन विभाग के जंगल मे आकस्मिक छापेमारी कर लम्बे अर्से से चल रहे गौ कसी के अवैध कारोबार का भंडाफोड़ कर दिया। जबकि पुलिस छापेमारी की पूर्व सूचना मिलने से सभी गौकस मौके से फरार हो गये।

पुलिस ने मौके से लगभग 80 किलो गौ मांस व आलाकत्ल के अलावा एक जिंदा गौवंश व गौ वंशों के अवशेष भी बरामद किया है। बरामद गौ मांस व अवशेषों को पुलिस ने घटनास्थल के पास ही गड्ढा खुदवाकर दफ़न करवा दिया। जबकि बरामद जिंदा गौ वंश को त्रिलोचनपुर गाँव मे स्थित गौशाला के सुपुर्दगी में दे दिया। पुलिस ने चार गौकसों इनायत पुत्र कुबैतुल्ला, दिलशाद पुत्र जहीर, अफजल पुत्र अख्तर, नईम पुत्र नसीम निवासीगण ग्राम खैरई थाना कोतवाली के खिलाफ गौकसी का मुकद्दमा दर्ज किया है।

वहीं गौ कसी की सूचना पर सी ओ अंशुमान मिश्रा ने भी घटनास्थल पर पहुँच घटनास्थल का जायजा लेते हुए गहनता से छानबीन की। जिन्होंने कोतवाली प्रभारी सन्तोष शर्मा को फरार गौ कसों की शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश दिये। उधर क्षेत्रीय ग्रामीणों ने उपरोक्त स्थान पर लम्बे अर्से से बड़े पैमाने पर संचालित हो रहे गौकसी व तश्करी के खेल के पीछे स्थानीय पुलिस खासकर हल्का दरोगा व सिपाहियों की भी संलिप्तता की आशंका भी जाहिर की है। जबकि कोतवाली प्रभारी सन्तोष शर्मा ने ऐसी किसी भी बात से स्पष्ट इंकार किया है।

मामले के बावत सीओ गया दत्त मिश्रा ने कहा कि गौकसी में नामजद अभियुक्तो के शीघ्र गिरफ्तारी के आदेश कोतवाली प्रभारी को दिये गये हैं। इनके अलावा और किन लोंगो की संलिप्तता है। इसकी भी जांच की जा रही है। दोषीजनो के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।

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