दिहाड़ी मजदूर की बेटी ने पास किया UPSC एग्जाम, बोलीं- 15 साल का सपना हुआ सच
तिरुवनंतपुरम, 25 सितंबर: केरल के तिरुवनंतपुरम के एक दिहाड़ी मजदूर की बेटी अस्वथी एस ने यूपीएससी परीक्षा 2020 पास की है। अस्वथी ने 481वीं रैंक हासिल की है। अस्वथी का कहना है कि 15 साल पहले मैंने ये सपना देखा और पिछले 15 साल से सिविल सर्वेंट बनने के लिए मेहनत कर रही थी। अस्वथी ने ये भी कहा कि उनका सपना एक आइएएस अधिकारी बनने का है, इसलिए अपने सपने को पूरा करने के लिए मेरा फिर से परीक्षा परीक्षा देने का प्लान है।
संघ लोक सेवा आयोग ने शुक्रवार को सिविल सेवा परीक्षा 2020 का फाइनल रिजल्ट जारी किया है। इसमें 761 उम्मीदवार उत्तीर्ण घोषित किए गए हैं। पुरुष वर्ग में शुभम कुमार और महिला वर्ग में जागृति अवस्थी ने सबसे ज्यादा अंक हासिल किए हैं। उत्तीर्ण उम्मीदवारों को भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस), भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) और केंद्रीय सेवाओं, ग्रुप क तथा ग्रुप ख में नियुक्त किया जाएगा।
बिहार में किराणा स्टोर चलाने वाले का बेटा ओम प्रकाश गुप्ता भी आईएएस बना है। बिहार की राजधानी पटना के रहने वाले ओमप्रकाश गुप्ता को यूपीएससी 2020 की सिविल सेवा परीक्षा में 339वीं रैंक प्राप्त हुई है। इनके पिता पटना में किराना स्टोर चलाते हैं।
2016 की टॉपर टीना टाबी की बहन रिया भी हुई UPSC में चयनित
2016 बैच की टॉपर आईएएस टीना डाबी की छोटी बहन रिया डाबी भी चयनित हुई हैं। उन्होंने 15वीं रैंक हासिल की है। 23 साल की रिया डाबी पहले ही प्रयास में आईएएस सेवा के लिए चयनित हुई हैं। टीना डाबी ने अपनी बहन की सफलता पर उत्साह साझा करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा है कि, मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि मेरी छोटी बहन रिया डाबी को यूपीएससी 2020 परीक्षा में 15वां रैंक मिला है। रिया डाबी ने जनवरी 2021 में हुई लिखित परीक्षा और अगस्त से सिंतबर 2021 के बीच हुए पर्सानिलिटी टेस्ट के आधार पर जारी रिजल्ट में 15वीं रैंक हासिल की है।