Delhi Air Pollution: दिल्ली की हवा में घुटने लगा दम, कई इलाकों में AQI पहुंचा 300 के पार

Delhi Air Pollution: सर्दियों की शुरुआत होते ही दिल्ली में वायु प्रदूषण एक बड़ी समस्या बन जाता है. इस बार भी दिल्ली की हवा दिवाली से पहले ही जहरीली होने लगी है. मंगलवार को राजधानी के कई इलाकों की हवा बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई.

Update: 2024-10-22 08:15 GMT

Delhi Air Pollution: राजधानी दिल्ली की हवा लगातार खराब होती जा रही है. वायु की गुणवत्ता में दिन ब दिन गिरावट देखी जा रही है. मंगलवार की सुबह भी दिल्ली धुंए के आगोश में गुम दिखाई दी. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, राजधानी के कई इलाकों में आज एयर क्वालिटी बेहद खराब स्तर पर पहुंच गई. इसी के साथ दिल्ली की समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 318 दर्ज किया गया, जो बेहद खराब श्रेणी में रहा. सीपीसीबी ने आने वाले दो दिनों तक वायु गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद नहीं जताई है.

आनंद विहार में सबसे ज्यादा दर्ज किया गया AQI

राजधानी दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहद खराब स्थित में पहुंच गया है. जिसके चलते लोगों को गले में खराश और आंखों में जलन महसूस होने लगी है. मंगलवार को सबसे ज्यादा खराब हालात आनंद विहार इलाके में रहे, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 382 दर्ज किया गया. बता दें कि आनंद विहार इलाका पिछले कई दिनों से सबसे ज्यादा प्रदूषण की मार झेल रहा है. इसी के चलते दिल्ली सरकार ने इसे हॉटस्पॉट इलाकों में रखा है. जहां विशेष नजर रखी जा रही है. इसके साथ ही राजधानी के 16 इलाकों को रेड जोन में रखा गया है. जहां वायु गुणवत्ता की गुणवत्ता बेहद खराब स्थिति में बनी हुई है.

इन इलाकों की हवा सबसे खराब

दिल्ली के जिन इलाकों को रेड जोन में रखा गया है उनमें अलीपुर (320), आनंद विहार (377), अशोक विहार (343), बवाना (348), बुराड़ी (342), द्वारका सेक्टर 8 (325), आईजीआई एयरपोर्ट (316), जहांगीरपुरी (355), मुंडका (360), नजफगढ़ (317), नरेला (322), पंजाबी बाग (356), रोहिणी (347), शादीपुर (359), सोनिया विहार (338), वजीरपुर (351) शामिल है.

दिल्ली में लागू किया गया ग्रेप-2

दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के चलते अब पाबंदियां लगाई जाने लगी हैं. राजधानी में मंगलवार सुबह 8 बजे ग्रेप-2 लागू कर दिया गया. जिसके तहत कई तरह की पाबंदियां लागू की गई हैं. जिसमें जेनरेटर, प्राइवेट वाहनों को कम करने के लिए पार्किंग फीस बढ़ाना, प्रतिदिन सड़कों पर मैकेनिकल/वैक्यूम स्वीपिंग और पानी का छिड़काव करना आदि शामिल है.

इसके साथ ही अब सी और डी साइटों पर धूल नियंत्रण उपायों को भी सख्ती से लागू करने के लिए निरीक्षण किया जाएगा. वहीं ट्रैफिक के ठीक से संचालन के लिए भीड़ वाले स्थानों पर पर्याप्त कर्मियों को तैनात करने को कहा गया है. इसके अलावा लोगों को वायु प्रदूषण के बारे में सलाह देने के लिए अखबारों और रेडियो आदि से अलर्ट करने को भी कहा गया है.

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