Delhi Water Crisis: ‘पानी की व्यवस्था बिगाड़ने का रचा जा रहा षड्यंत्र’, आतिशी ने पुलिस कमिश्नर को लिखा पत्र

Delhi Water Crisis: देश की राजधानी दिल्ली में पानी को लेकर मारा-मारी मची हुई है। बढ़ते जल संकट के बीच दिल्ली की सियासत भी गर्म है। आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। जहां एक तरफ आज दिल्ली में भाजपा दिल्ली सरकार के खिलाफ 14जगहों पर प्रदर्शन कर रही है तो वहीं आम आदमी पार्टी दिल्ली में पाइपलाइन काटने की साजिश होने का आरोप लगा रही है।

Update: 2024-06-16 10:39 GMT

Delhi Water Crisis: देश की राजधानी दिल्ली में पानी को लेकर मारा-मारी मची हुई है। बढ़ते जल संकट के बीच दिल्ली की सियासत भी गर्म है। आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। जहां एक तरफ आज दिल्ली में भाजपा दिल्ली सरकार के खिलाफ 14जगहों पर प्रदर्शन कर रही है तो वहीं आम आदमी पार्टी दिल्ली में पाइपलाइन काटने की साजिश होने का आरोप लगा रही है।

दिल्ली की जलमंत्री आतिशी ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा है और आरोप लगाया है कि दिल्ली की पानी की व्यवस्था बिगाड़ने का षड्यंत्र किया जा रहा है। जल मंत्री ने कहा, ‘कल दिल्ली जल बोर्ड की पेट्रोलिंग टीम को साउथ दिल्ली राइजिंग मेन पाइपलाइन में गढ़ी मेंडू ट्रांसफार्मर के पास बड़ी लीकेज मिली। जांच पर पता चला कि 375एमएम के 5बोल्ट और 12इंच का एक बोल्ट किसी के द्वारा काटा गया था। ऐसा लग रहा है कि दिल्ली में पानी की परेशानी बढ़ाने के लिए षड्यंत्र हो रहा है।’

‘पानी की व्यवस्था बिगाड़ने का हो रहा षड्यंत्र’

आतिशी ने कहा,‘यह पानी की पाइपलाइन रिपेयर करने में दिल्ली जल बोर्ड को 6घंटे लगे। शाम 4बजे से रात 10बजे तक रिपेयर चला। इस दौरान साउथ दिल्ली की पानी की सप्लाई को बंद करना पड़ा। इसका नतीजा है कि तकरीबन 25फीसदी कम पानी आज साउथ दिल्ली पहुंचा। यह कौन लोग हैं जो दिल्ली की पानी की व्यवस्था बिगाड़ने का षड्यंत्र कर रहे हैं?

बता दें, दिल्ली में पानी की समस्या कितनी बड़ी है ये तो वही जानता है जिसे टैंकर आने के बाद बाल्टी और डिब्बे लेकर उसके पीछे भागना पड़ता है। हालात ऐसे हैं कि वजीराबाद तालाब में पानी लगभग खत्म हो गया है। भीषण गर्मी के कारण दिल्ली में पानी की मांग बढ़ गई है और भूजल स्तर काफी नीचे चला गया है। इसके साथ ही दिल्ली के ट्यूबवेल और बरसाती कुएं और आसपास की नदियां सूख गई हैं। इसके अलावा जल प्रदूषण भी एक बड़ा कारण है। नदियों, झीलों और अन्य जल स्रोतों में बढ़ते प्रदूषण के कारण उनका पानी पीने लायक नहीं रह गया है।

Tags:    

Similar News