दिल्ली:यमुना खतरे के निशान के पार पहुंची,निचले इलाकों में मंडराया बाढ़ का खतरा
हरियाणा के यमुनानगर जिले में हथनीकुंड बैराज से नदी में और पानी छोड़ा जा रहा है
नई दिल्ली: पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही भारी बारिश से यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहे. ऐसे में अब दिल्ली में यमुना के आसपास के निचली इलाकों में रहने वालो लोगों के ऊपर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है.क्योकि यमुना अब खतरे के निशान के पार पहुंच चुकी है.बता दे कि शुक्रवार की सुबह 11:00 बजे के लगभग यमुना का जलस्तर 205.34 हो गया, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर ही है. सुबह 9 बजे यमुना का जलस्तर 205.26 मीटर हो गया था.
सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ''जल स्तर सुबह 9 बजे ओल्ड रेलवे ब्रिज पर 205.26 मीटर पर दर्ज किया गया था'' उन्होंने कहा कि दिल्ली और ऊपरी डूब वाले इलाकों में बारिश के कारण यमुना नदी उफान पर है. हरियाणा के यमुनानगर जिले में हथनीकुंड बैराज से नदी में और पानी छोड़ा जा रहा है.
अधिकारी ने कहा, ''पिछले 24 घंटों में पानी के बहाव की दर 1.60 लाख क्यूसेक पहुंच गयी जो इस साल के लिए सबसे अधिक है.'' बैराज से छोड़े गए पानी को राजधानी पहुंचने तक आम तौर पर दो से तीन दिन लगते हैं. गुरुवार को सुबह 120 बजे 85,879 क्यूसेक की दर से यमुना में पानी छोड़ा जा रहा था. सामान्यत: हथनीकुंड बैराज से पानी के बहाव की दर 352 क्यूसेक होती है लेकिन डूब वाले इलाकों में भारी बारिश के बाद ज्यादा पानी छोड़ा जा रहा है. एक क्यूसेक 28.32 लीटर प्रति सेकंड के बराबर होता है.
वही यमुना का जलस्तर बढ़ने से यमुना के आसपास के निचले इलाकों में बाढ़ आने खतरा है.वही बाढ़ को लेकर सरकारी महकमा भी हरकत में आ गया है.प्रशासन ने यमुना नदी के आसपास के निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया है और चौबीसों घंटे स्थिति की निगरानी कर रही है.