उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम और चिकित्सा, स्वास्थ्य, परिवार कल्याण एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री ब्रजेश पाठक का अस्पतालों का लगातार औचक निरीक्षण जारी है। उप मुख्यमंत्री पाठक सोमवार को मरीज बनकर रायबरेली में सीएचसी की ओपीडी में पहुंचे और लाइन में लगकर पर्चा बनवाया। मास्क लगा होने के कारण पहले तो लोग उनको पहचान नहीं पाए, लेकिन जब लोगों को पता चला तो वहां पर खलबली मच गई। निरीक्षण के दौरान ब्रजेश पाठक ने वहां पर कई कमियां मिलने के बाद जिम्मेदार चिकित्सों तथा अधिकारियों को फटकार भी लगाई।
डिप्टी सीएम सोमवार की दोपहर में बछरावां सीएचसी का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से सौ मीटर दूरी पर ही अपने काफिले को रोक दिया। वहां से वह सीएचसी की ओर पैदल ही चल दिए। सीएचसी पहुंचकर वह पर्चा बनवाने के लिए कतार में लग गए। इसके बाद पर्चा लेकर वह पुरुष ओपीडी की तरफ पहुंचे। जहां उन्होंने कुर्सी पर बैठी एक महिला मरीज से स्वास्थ्य सेवाओं की बारे में जानकारी ली।
उन्होंने बिना किसी को बताए अकेले ही पूरे सीएचसी परिसर का जायजा लिया। इसके बाद जब वह अस्पताल अधीक्षक एके जैसर के कमरे में पहुंचे तब जाकर अस्पताल में डिप्टी सीएम के आने की जानकारी हुई। इसके बाद अस्पताल परिसर में हंगामा मच गया।
सीएचसी अधीक्षक को साथ लेकर वह एक्सरे रूम पहुंचे, जहां कस्बा निवासी संदीप शुक्ला ने सीएचसी में एक्सरे जांच न होने की बात कही। इस पर डिप्टी सीएम ने एक्सरे रूम की पड़ताल की और अधीक्षक को फटकार लगाई। सीएचसी की लैब पहुंच कर उन्होंने लैब टेक्नीशियन से पूछताछ की। लैब के बाद वह दंत विभाग में पहुंचे। वहां उन्हें दांतों की जांच करने वाली मशीन पर धूल चढ़ी हुई मिली। गन्दगी देखते ही डिप्टी सीएम ने डेंटल हाइजीनिस्ट को भी फटकार लगाई। उन्हें पता चला कि दांत की डाक्टर एक महीने से छुट्टी पर हैं। डिप्टी सीएम ने महिला ओपीडी में भी स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी ली।