DM के ड्राइवर का बेटा बन गया SDM, पिता भावुक होकर बोले पत्नी होती तो...
कल्याण सिंह को यूपी पीसीएस में 40वीं रैंक हासिल हुई है. बेटे की सफलता पर जवाहर लाल बताते हैं कि 2021 यूपीएससी में उनका बेटा आईएएस के इंटरव्यू देने के बाद महज पांच नंबर कम होने के चलते सेलेक्ट नहीं हो सका.
जब घर का बच्चा अफसर बनता है तो घरवालों की खुशी का ठिकाना नहीं रहता. उसके अफसर बनने के साथ ही उनकी सब इच्छाएं पूरी हो चुकी होती हैं. आज हम आपको एक ऐसी ही सक्सेस स्टोरी बताने जा रहे हैं जिसमें एक पिता डीएम के ड्राइवर हैं और बेटा UP PCS पास करके SDM बन गया है. तो चलिए शुरू करते हैं. ये कहानी है बहराइच के डीएम के ड्राइवर जवाहर लाल की जिनके 2 बेटे हैं. जिनका बड़ा बेटा है संजय सिंह जो कि एनआईटी प्रयागराज से बीटेक करके मल्टी नेशनल कंपनी में चीफ इंजीनियर है.
छोटे बेटे कल्याण सिंह मौर्या यूपी पीसीएस रिजल्ट में 40वीं रैंक हासिल कर SDM बन गया है. अपने बच्चे की सफलता की कहानी बताने में भावुक होते हुए जवाहर लाल कहते हैं "मेरी पत्नी का मेरे बेटों की सफलता में सबसे बड़ा योगदान है लेकिन आज वो इस खुशी को देखने के लिए इस दुनिया में नहीं हैं, मैं तो ड्राइवर हूं पूरा टाइम ड्यूटी पर रहता हूं लेकिन मेरी पत्नी बच्चों को सबसे ज्यादा टाइम देती थीं, गाइड करती थी लेकिन उसकी किस्मत में ये खुशी देखना नहीं था. उनकी पांच साल पहले मृत्यु हो चुकी है लेकिन ये सब प्रेरणा उसी की है."
कल्याण सिंह ने अपने पिता के सपने को साकार कर दिखाया है. कल्याण सिंह को यूपी पीसीएस में 40वीं रैंक हासिल हुई है. उनके पिता के मुताबिक कल्याण की भी प्रारंभिक शिक्षा बहराइच के नानपारा में हुई और इंटरमीडिएट की पढ़ाई बहराइच के सेवेंथ डे एडवेंटिस्ट कालेज से पूरी की. बीएससी बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से पूरी करने के बाद कल्याण सिंह ने कैमेस्ट्री से एमएससी करने के लिए एडमिशन आईआईटी दिल्ली में हो गया.
अभी वह भी एनटीपीसी सोलापुर महाराष्ट्र में सहायक प्रबंधक के पद पर तैनात है. बेटे की सफलता पर जवाहर लाल बताते हैं कि 2021 यूपीएससी में उनका बेटा आईएएस के इंटरव्यू देने के बाद महज पांच नंबर कम होने के चलते सेलेक्ट नहीं हो सका.