सिंघू बोर्डर पर हुई जघन्य हत्या पर डॉ कुमार विश्वास के इस सवाल से तिलमिला जायेंगे सभी नेता!
क़ानून को कबीले में बदलते हुए बर्बरता पर सब के मुँह में दही क्यों जम गया, निंदा की तो वोट कट जाएँगे .
दिल्ली के सिंघू बोर्डर पर लखवीर सिंह नामक युवक की हाथ पाँव काटकर हत्या करके शव को रेलिंग के सहारे लटका दिया गया. पूरे देश में इस जघन्य हत्या की निंदा की जा रही है लेकिन वोट के पुरोधा सब खामोश है. इस घटना पर हिंदी के जाने माने कवि डॉ कुमार विश्वास ने बद सवाल इन नेताओं से किया है. अगर कोई जबाब हो तो दें.
डॉ कुमार विश्वास ने कहा कि क़ानून को कबीले में बदलते हुए मध्ययुगीन बर्बरता से एक आदमी के हाथ-पैर काट कर टाँग दिया गया तो पंजाब हड़पने के लालची आत्ममुग्ध बौने से लेकर चुटकुलों पर आहत हो जाने वाले तथाकथित धर्मनिरपेक्षों तक,सब के मुँह में दही जम गया कि निंदा की तो वोट कट जाएँगे. संविधान का आदर कहाँ गया अब?
डॉ कुमार विश्वास ने कहा कि जब तक अपने-अपने धर्म को देश और अपने-अपने धर्मग्रंथ को संविधान से ऊपर मानते रहोगे तब तक बस एक उन्मादी भीड़ वाले कबीले बने रहोगे. राजनीति यही चाहती है कि तुम एक विवेकहीन भीड़ से आगे कभी बढ़ ही न सको, ताकि वो तुम्हें नारों-चीख़ों के सहारे अपने अजेंडे के हिसाब से हाँक सकें. कब समझोगे?
बता दें कि आज हद तो इस समय हो गई जब सिंघु बॉर्डर पर नृशंस हत्या करने के आरोपी को आज अमृतसर में सम्मानित किया गया. उसे नोटों की माला पहनाई गयी. अब वो पुलिस के सामने हाज़िर होगा. ये इंसानियत को शर्मसार करने वाली तस्वीर है. कोई धर्म,कोई पंथ,कोई मज़हब इसकी इज़ाज़त नहीं देता. ये समाज के बर्बर युग में दाख़िल होने का ऐलान है.
अगर आप इस पर ख़ामोश हैं तो आप भी बराबर के शरीके-ज़ुर्म हैं. हम #इंसानियत_के_सिपाही हैं. हम चाहते हैं कि क़ातिलों को कड़ी से कड़ी सज़ा मिलना चाहिये.