पंजाब में अवैध रेत खनन कंपनियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के तहत प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी की है। एजेंसी की ओर से जिन लोगों पर छापेमारी की गई है, उनमें से एक राज्य के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी का भतीजा भूपिंदर सिंह हनी भी है। एजेंसी ने मंगलवार को सुबह ही भूपिंदर सिंह हनी और उसके 10 अन्य ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई की है। पंजाब में वोटिंग से कुछ सप्ताह पहले इस ऐक्शन के चलते राजनीति तेज हो सकती है। फिलहाल इस मामले में सीएम चन्नी या फिर कांग्रेस के किसी अन्य नेता का बयान सामने नहीं आया है। प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में यह छापेमारी की है।
पंजाब पुलिस ने 2018 में अवैध रेत खनन को लेकर केस दर्ज किया था। जिसमें बाकी धाराओं के साथ 420 भी लगी थी। उसी के आधार पर इस केस को ED ने टेकओवर कर लिया। शुरूआत में इसमें कुदरतजीत नाम के आरोपी का नाम सामने आया था। उससे पूछताछ हुई तो पता चला कि इसके मुख्य सूत्रधार भूपिंदर हनी हैं। इसके बाद ED भूपिंदर हनी तक पहुंची। जो मोहाली के सेक्टर 70 के होमलैंड सोसाइटी में रहते हैं। यह भूपिंदर हनी ही पंजाब के मौजूदा सीएम चरणजीत चन्नी का करीबी रिश्तेदार हैं।
सीएम चरणजीत चन्नी को लेकर रेत खनन का मामला पहले भी उठ चुका है। पूर्व विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने यह मामला उठाया था। उस वक्त चरणजीत चन्नी पंजाब की CM कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुवाई वाली सरकार में टेक्निकल एजुकेशन मंत्री थे। हालांकि चन्नी ने उस वक्त ही इन आरोपों को झूठा करार दिया था। चन्नी ने गुरुद्वारा साहिब जाकर कसम खाने तक की बात कह दी थी।
आम आदमी पार्टी ने भी लगाए थे आरोप
इससे पहले आम आदमी पार्टी ने भी सीएम चन्नी के विधानसभा क्षेत्र चमकौर साहिब में अवैध रेत खनन के आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि सीएम की जानकारी में ही गांव जिंदापुर में अवैध रेत खनन हो रहा है। जब फारेस्ट अफसर ने इसका विरोध किया तो उसकी ट्रांसफर करवा दी गई। हालांकि सीएम चन्नी ने इन आरोपों को गलत करार दे दिया था।