जवाहर तापीय परियोजना में शुरू हुआ बिजली उत्पादन, पहले दिन हुआ 100 मेगावाट बिजली उत्पादन
यूपी के एटा जिले में बने जवाहर तापीय परियोजना में बिजली का उत्पादन शुरू हो गया है। इससे जल्द ही यूपी में हो रही बिजली की किल्लत समाप्त हो जाएगी।
UP News: यूपी वालों के लिए बड़ी खुशखबरी है। यूपी के एटा जिले की जवाहर तापीय परियोजना में विद्युत उत्पादन शुरू हो गया। विद्युत उत्पादन के पहले दिन सौ मेगावाट बिजली बनाकर 765 नोएडा ग्रिड को भेजी गई। अभी उत्पादन की प्रक्रिया धीमी गति के साथ शुरू की गई है। मशीनों की चेकिंग के लिए बार-बार ब्रेक डाउन लिया जा रहा है। उत्पादन क्षमता धीरे-धीरे बढ़ाई जाएगी। सफलतापूर्वक उत्पादन शुरू होने के बाद अधिकारियों और पावर प्लांट में जश्न का माहौल रहा।
शुक्रवार रात करीब 9.30 बजे विद्युत उत्पादन की प्रक्रिया शुरू की गई और फुल कोल फायर किया गया। इसके बाद बिजली बनना शुरू हो गई। सुबह 5.40 बजे तक बिजली बनाई जाती रही। 100 मेगावाट बिजली का उत्पादन हुआ और इसे तत्काल ही नोएडा ग्रिड को भेज दिया गया। फुल कोल फायर के दौरान उत्साह का माहौल दिखा। चिमनी में भी आग ने गति पकड़ ली और पहली बार इस चिमनी से आग की लपटें उठती देखी गईं।
लखनऊ की टीम ने की मानीटरिंग
उत्पादन प्रक्रिया शुरू कराने के लिए लखनऊ की टीम शुक्रवार को ही पावर प्लांट में पहुंच गई थी और देखरेख शुरू कर दी थी। रातभर यह टीम मानीटरिंग करती रही। मानीटर पर जब बिजली ट्रांसफर की गई तो कंट्रोल रूम में उत्साह का माहौल नजर आया।
ठीक ढ़ग से काम कर रहा है प्लांट
तापीय परियोजना का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा कोल प्लांट अब पूरी तरह से सफलता पूर्वक काम कर रहा है। शुरूआत में थोड़ी बाधाएं आईं थीं, लेकिन वे दूर कर ली गईं। कोल स्टेशन से वायलर तक बेल्ट के जरिए कोयला पहुंच रहा है। कोयला की पिसाई से लेकर बेल्ट संचालन तक फिलहाल कोई बाधा टीम को नजर नहीं आई।
पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन
जवाहर तापीय परियोजना में बिजली का उत्पादन शुरू हो चुका है, लेकिन अभी विधि-विधान से उद्धाटन नहीं हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उद्घाटन कराने की तैयारी है। पावर प्लांट से लेकर विद्युत उत्पादन निगम के अधिकारी प्रधानमंत्री का समय लेने का प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए पीएमओ से भी संपर्क किया गया है। फिलहाल यह माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री वर्चुअल उद्घाटन कर सकते हैं। हालांकि अभी तिथि तय नहीं हुई है।
यह है परियोजना
- जवाहर तापीय विद्युत परियोजना को वर्ष 1996 में मंजूरी मिली थी।
- इसके बाद वर्ष 2016 में निर्माण शुरू हुआ, जो अभी पूरा नहीं हो पाया है। आगे भी जारी रहेगा।
- यह परियोजना 16 हजार करोड़ रुपये कुल लागत की है।
- 5.38 मिलियन टन कोयला की खपत प्रति वर्ष की जाएगी।
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