खूनी खेल में तब्दील हुआ फ़तेहपुर का अवैध खनन
योगी की मंशा पर पानी फेर रहे जनपद के प्रतिनिधि, माफियाओ को दे रहे खुलेआम संरक्षण, मौका परस्त भाजपाई खाटी भाजपाइयों पर भारी
( विवेक मिश्र )
फ़तेहपुर। अवैध खनन को लेकर जनपद हमेशा से चर्चा में रहा है। यहां दर्जनो अधिकारियों के निलंबन से लेकर सीबीआई जांच तक अवैध खनन में हो चुकी है। मगर काली कमाई के आगे अच्छे अच्छे बिक गए और ये धंधा दिन दूना रात चौगुना फलता फूलता ही रहा। कभी कभार कुछ अधिकारियों ने अवैध खनन व परिवहन रोकने के लिए प्रतिबद्धता दिखाई मगर वह भी खादी के आगे नतमस्तक हो गए। जनपद की मोरंग खदानो को ही देखिए अढ़ावल की खदानो में अराजकता जारी है तो संगोलीपुर में माफिया व प्रशासन का ऐसा संगम है कि सड़कें ओवरलोड से ध्वस्त हो रही हैं।
कम्पोजिट वन व टू में शासन के सर्वर को फेलकर धर्मकांटे के ऊपर से ओवरलोड संचालन खुलेआम हो रहा है। ऐसा नहीं कि अवैध खनन सिर्फ मोरंग में ही हो जबसे सरकार ने मिट्टी को मुफ्त किया तबसे मुफ्त में माफिया करोड़ों की मिट्टी बेचकर टैक्स चोरी, जीएसटी चोरी व सरकारी जमीनों को तालाब के शक्ल में तब्दील कर रहे हैं जबकि इसी अवैध खनन से जिले की आधा सैकड़ा सड़कें ध्वस्त हो गईं। मिट्टी के नाम पर हुसैनगंज क्षेत्र में तो कई वर्षों से अति हुई है वहां एक माफिया ने मिट्टी की आड़ में करोड़ों की गंगा बालू अवैध तरीके से स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से निकाली। अब वह घूम घूमकर मिट्टी का अवैध खनन कर रहा है। यही अवैध खनन का खेल अब खूनी होता जा रहा है।
सदर कोतवाली में तहरीर देकर सनगांव निवासी भाजपा नेता श्याम तिवारी ने बताया कि क्षेत्र में अवैध खनन करने वाले एक माफिया के गुर्गों ने उनके भाई को सिर्फ इस शंका में रोककर रॉड से जमकर पीटा कि कहीं वह खनन स्थल का वीडियो न बना ले। जबकि वह एक शादी समारोह से वापस आ रहे थे। उन्होंने कोतवाली में तहरीर देकर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। श्याम तिवारी ने बताया कि उनका भाई संदीप तिवारी व रिश्तेदार शशिकांत एक शादी समारोह से रात को लौटकर सनगांव वापस आ रहे थे तभी गांव से लगभग एक किलोमीटर दूर दो चार पहिया वाहन में सवार आधा दर्जन से अधिक लोगों ने उनके भाई व रिश्तेदार को जमकर पीटा और उसका मोबाइल लूट लिया। श्याम तिवारी ने सुनील अवस्थी, आदित्य पांडे, राजू सिंह, शिवकुमार व दीपक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की तहरीर दी है।
बताते हैं श्याम तिवारी बिंदकी विधायक करन सिंह पटेल के करीबी हैं, सत्ता पक्ष और विधायक के करीबी होने के बावजूद भाई के साथ हुई घटना में एफआईआर नहीं दर्ज करवा पा रहें हैं। जबकि दूसरी तरफ हमला करने में घटनास्थल पर पहुंचे वाहन से पता चला कि वह एक पूर्व सपा नेता व वर्तमान में मौका परस्त भाजपाई का है जिसे एक मंत्री का आशीर्वाद प्राप्त है। जिनके दबाव में पुलिस एफआईआर दर्ज नहीं कर रही। जबकि उनके भाई की पैर की हड्डी भी टूट गई है। हालांकि यह पुलिस जांच का विषय है कि वाहन से हमला करने पहुंचे लोगो में कौन कौन शामिल थे लेकिन यह निश्चित है कि प्रशासन और पुलिस समय से न चेते तो यह अवैध खनन खूनी होने वाला है।