चारा घोटाला केस में सजा काट रहे बिहार के पूर्व सांसद आरके राणा का निधन

Update: 2022-03-23 13:10 GMT

चर्चित चारा घोटाले से जुड़ी इस वक्त की बड़ी खबर आ रही है। चारा घोटाला में सजायाफ्ता पूर्व सांसद आरके राणा का 23 मार्च को AIIMS में इलाज के दौरान  निधन हो गया है। राणा डोरंडा ट्रेजरी से गवन मामले में रांची के होटवार जेल में सजा काट रहे थे। तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें 15 मार्च को होटवार जेल से RIMS रेफर किया गया था। मल्टीलपल ऑर्गन फैल्योर होने के बाद 22 मार्च को उन्हें RIMS से AIIMS रेफर किया गया था।  लेकिन राणा की तबीयत लगातार खराब होती जा रही थी।

डॉक्टर के मुताबिक आर के राणा मल्टी ऑर्गन फेल्योर से जूझ रहे थे। उनके कई अंग एक साथ खराब हो गए थे। इस वजह से उन्हें रिम्स रांची से दिल्ली रेफर कर दिया गया था। कल मंगलवार को जेल की प्रक्रिया पूरी करके उन्हें एम्स में लाया गया था। दिल्ली में ही राणा ने अंतिम सांस ली।

जानकारी के मुताबिक पूर्व सांसद आरके राणा के बेटे उनके साथ हैं पूर्व सांसद के पार्थिव शरीर को रांची लाने की तैयारी चल रही है। रांची की सीबीआई कोर्ट ने बीते 21 फरवरी को राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के साथ आरके राणा को भी 5 साल की सजा सुनाई थी। उपर 60 लाख का जुर्माना भी लगाया गया था। आर के राणा बिहार के खगड़िया से सांसद रहे थे।

आरके राणा चारा घोटाले के सभी 6 मामलों में दोषी करार दिए जा चुके हैं। लालू यादव के साथ हर केस में उन्हें भी बराबर सजा सुनाई गई थी। देवघर कोषागार के फैसले में कोर्ट ने सजायाफ्ता डॉ आरके राणा पर अपने फैसले में लिखा है कि उन्हें महंगे होटलों में ठहरने का शौक था।

आरके राणा जब भी कोलकाता, दिल्ली और अन्य स्थानों पर जाते थे, तो महंगे होटलों में ठहरते थे। कोलकाता में वह होटल ताज बंगाल में ठहरे थे। इसका पेमेंट चारा के पैसे से किया जाता था।

बताया जाता है कि चारा के पैसों से केवल देश ही नहीं, वह विदेश यात्रा भी करते थे। बताया जाता है कि चारा घोटाले के 4-5 प्रमुख आरोपी ऑस्ट्रेलिया और अन्य देशों का भ्रमण करते थे और इसके लिए पैसा जाली विपत्रों के आधार पर निकालते थे। जब अधिकारी इस फर्जी विपत्रों से निकासी का विरोध करते थे तब उन पर तुरंत बड़े अधिकारियों का दबाव बना दिया जाता था।

आरके राणा RJD के कद्दावर नेता थे। उनकी गिनती RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबियों में से होता था। 14वीं लोकसभा में वे खगड़िया से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे। इसके अलावा वे गोपालपुर विधानसभा का चुनाव भी जीत चुके थे। इतना ही नहीं वे अपनी पत्नी को भी चुनाव लड़वा चुके हैं। रविंद्र राणा की पत्नी नयना राणा 1999 के संसदीय चुनाव में खगड़िया लोकसभा से राजद की प्रत्याशी थीं। उस समय डॉ. राणा गोपालपुर से विधायक थे।

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