Free Ration Yojna: करोड़ों लोगों को नहीं मिलेगा फ्री गेहूं, चना और चावल, सरकार ने नई सूची की जारी, गम का माहौल
Ration Card Update: अगर आप भी फ्री राशन योजना के लाभार्थी हैं तो ये खबर आपके काम की हो सकती है. क्योंकि बहुत जल्द सरकार ऐसे लोगों का राशन बंद करने वाली हैं. जो अपात्र होते हुए भी लगातार योजना का लाभ पा रहे हैं.
Ration Card Update: अगर आप भी फ्री राशन योजना के लाभार्थी हैं तो ये खबर आपके काम की हो सकती है. क्योंकि बहुत जल्द सरकार ऐसे लोगों का राशन बंद करने वाली हैं. जो अपात्र होते हुए भी लगातार योजना का लाभ पा रहे हैं. सरकार के आदेश पर हर राज्य के संबंधित अधिकारियों को डाटा तैयार करने को कहा गया था. अकेले उत्तर प्रदेश में करोड़ों लोग ऐसे हैं जिन्होने अब तक भी ईकेवाईसी नहीं कराई है. अब विभाग ऐसे लाभार्थियों के खिलाफ एक्शन लेने के मूड़ में दिख रहा है. बताया जा रहा है कि सभी अपात्र लोगों को लाभार्थियों की लिस्ट बाहर किया जाएगा. आपको बता दें कि वर्तमान में देशभर में 80 करोड़ लोग फ्री राशन योजना का लाभ पा रहे हैं.
80 करोड़ से ज्यादा लोग हैं लाभार्थी
आपको बता दें कि देश में फ्री राशन योजना का लाभ लगभग 80 करोड़ से ज्यादा लोग ले रहे हैं. लेकिन इनमें करोडों लाभार्थी ऐसे भी हैं. जो वास्तव में फ्री राशन योजना के लाभार्थी हैं ही नहीं. ताकि सभी पात्र लोगों को फ्री राशन सुविधा का लाभ मिलता रहे, इसलिए ईकेवाईसी शुरू की थी. लेकिन लोग सरकार की अपील पर कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. जिसके चलते विभाग को ऐसे राशन कार्ड धारकों को योजना के लाभ से वंचित करना पड़ सकता है. आपको बता दें कि सरकार ने कोरोना के टाइम में प्रधानमंत्री गरीब अन्नमूलन योजना की शुरूआत की थी. क्योंकि उस वक्त ज्यादातर लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया था. अब योजना को पांच साल के लिए एक्सटेंड कर दिया गया है. यानि अगले पांच सालों तक पात्र लोग फ्री राशन योजना का लाभ लेते रहेंगे.
पात्र लोग वंचित
दरअसल, योजना की अब बंदरबांट शुरू हो गई है. जिसके चलते पात्र लोगों को योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. क्योंकि करोड़ों अपात्र लोग लाभार्थी बने हुए हैं. कई इलाकों से यहां तक भी खबर मिलती है कि फ्री गेहूं और चावल लेने के लिए कई लोग कार से जाते हैं. जबकि सरकार का साफ निर्देश है कि जिनके घर में चार पहिया वाहन है अथवा कोई टैक्सपेयर्स है तो वह गरीब अन्मूलन योजना का लाभ नहीं ले सकता है. लोगों को शॅाटलिस्ट करने के लिए सरकार ने ईकेवाईसी शुरू की थी. लेकिन लोग उसमें भी दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. अकेले यूपी से करोडों लोग ऐसे हैं जिन्होने अभी तक भी ईकेवाईसी नहीं कराई है.