3 बच्चों की मां के साथ गैंगरेप, थाने मे नही दर्ज हुआ मुकदमा ,तो पीडिता ने एसपी से लगाई गुहार
महिला की 9वीं क्लास में पढ़ने वाली बेटी के साथ भी आरोपी छेड़छाड़ करते थे। महिला इसकी शिकायत लेकर थाने भी गई। लेकिन पुलिस वालों ने उसे भगा दिया।
बिहार मे महिलाओं के साथ अपराध थमने का नाम नही ले रहा है । ताजा मामला वैशाली से सामने आया है यहां पर एक 3 बच्चों की मां के साथ गैंगरेप हुआ है। 2 आरोपियों ने महिला के साथ हैवानियत की फिर रेप का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। महिला की 9वीं क्लास में पढ़ने वाली बेटी के साथ भी आरोपी छेड़छाड़ करते थे। महिला इसकी शिकायत लेकर थाने भी गई।
लेकिन पुलिस वालों ने उसे भगा दिया। 3 महीने बाद इस मामले में केस दर्ज हुआ है। मामला जंदाहा थाना क्षेत्र के एक गांव का है। बता दें कि इसी क्षेत्र के एक गांव में 8 सितंबर को नाबालिग छात्रा के साथ गैंगरेप हुआ था। न्याय के लिए 3 महीने भटकती रही महिला घटना के बाद महिला शिकायत दर्ज कराने जंदाहा थाने पहुंची। पीड़िता का आरोप है कि थानेदार ने उसे डांट-फटकार कर गाली देकर भगा दिया।
जिसके बाद पीडिता ने वैशाली एसपी मनीष से गुहार लगाई। जिसके बाद 22 सितंबर को FIR दर्ज की गई। इस संबंध में वैशाली पुलिस मुख्यालय देवेंद्र प्रसाद ने बताया कि महिला की प्राथमिकी दर्ज हो गई है पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है। फिलहाल सभी आरोपी घर से फरार है आरोपियों के सगे संबंधित रिश्तेदारों के यहां पुलिस छापेमारी कर रही है। हथियार के दम पर किया दुष्कर्म पीड़िता ने बताया कि उसका पति दूसरे प्रदेश में काम करता है। पति द्वारा भेजे गए पैसा महिला निकालने के लिए गांव के मोबाइल दुकानदार के पास जाया करती थी। उसी समय आरोपियों का महिला से संपर्क हुआ।
सारी बातें जानने के बाद अचानक रात में मोबाइल दुकानदार 2 लोगों के साथ रात में पहुंचकर हथियार के बल पर उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता ने जंदाहा थाना निवासी दुकानदार संजय कुमार और उसके दोस्त महुआ थाना निवासी लालू कुमार को आरोपी किया है। पीड़िता के घर में तीन छोटे-छोटे बच्चे है।
इनमें एक 9वीं क्लास की छात्रा भी है। महिला का आरोप है कि बेटी जब पढ़ने जाती है तो रास्ते में आरोपियों द्वारा छेड़छाड़ भी किया जाता था। बता दें कि पिछले दिनों जंदाहा थानेदार विश्वनाथ राम से जब नाबालिग छात्रा से गैंगरेप मामले में अपडेट जानकारी लेने पर पत्रकारों से कहा था कि आरोपी को पकड़ने में मानसिक रूप से परेशान है।