हरियाणा: किसानों ने जींद में 'ट्रैक्टर परेड' की रिहर्सल,कल दिखाएंगे दम
स्वतंत्रता दिवस पर परेड में करीब 5000 वाहन और 20,000 किसान हिस्सा ले सकते है
नई दिल्ली: किसान पिछले 8 महीनों से दिल्ली के सीमाओं के पास केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे.किसान समय समय पर सरकार को शक्ति प्रदर्शन कर अपनी ताकत का एहसास कराते रहते है.किसानों ने स्वतंत्रता दिवस को 'किसान-मजदूर आजादी संग्राम दिवस' के रूप में मनाने का फैसला किया है। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान के बाद देशभर के किसान प्रखंड और तहसील स्तर पर इस दिन 'तिरंगा रैलियां' निकालेंगे। हालांकि किसानों ने जोर देते हुए कहा कि वे दिल्ली में नहीं घुसेंगे।
वही एक बार फिर किसानों ने देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रस्तावित अपनी 'ट्रैक्टर परेड' से एक दिन पहले शनिवार को हरियाणा में जींद के उचाना कलां में परेड का रिहर्सल किया। इस ट्रैक्टर परेड का नेतृत्व महिला किसान करेंगी। इस दौरान एक किसान ने बताया कि रविवार को परेड में करीब 5000 वाहन और 20,000 किसान हिस्सा ले सकते है।
ऑल इंडिया किसान संघर्ष कॉर्डिनेशन कमेटी (एआईकेएससीसी) की कविता कुरुगंती ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने 15 अगस्त को सभी घटक संगठनों का आह्वान किया है कि इस दिन को 'किसान-मजदूर आजादी संग्राम दिवस' के रूप में मनाया जाए और इस दिन तिरंगा मार्च आयोजित किए जाएं।
उन्होंने कहा कि इस दिन किसान और मजदूर तिरंगा मार्च में ट्रैक्टर, मोटर साइकिल, साइकिल और बैलगाड़ी आदि लेकर निकलेंगे और ब्लॉक, तहसील, जिला मुख्यालयों की ओर कूच करेंगे। वे पास के धरना स्थलों पर भी जा सकते हैं। इस दौरान वाहनों पर तिरंगे लगे होंगे।