मानवाधिकार परिषद में हुए मतदान से भारत ने बनाई दूरी, यूक्रेन पर हमले की होगी हाई लेवल जांच
रूसी सैनिकों का यूक्रेन की धरती पर हमले का आज नौंवा दिन है। रूसी सैनिक राजधानी कीव में पहुंच चुके हैं और मिसाइल अटैक के साथ इलाके में कई हमलों को अंजाम दे रहे हैं। इस बीच संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ने शुक्रवार को यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद हुए मानवाधिकार उल्लंघनों की उच्च-स्तरीय जांच करने के लिए भारी मतदान किया। ये प्रस्ताव बहुमत के साथ पास हो गया है।
यूक्रेन और रूस के सैनिकों के बीच हाई वोल्टेज युद्ध के बीच वाशिंगटन में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की बैठक में रूस के खिलाफ एक और प्रस्ताव पारित हुआ। शुक्रवार को बैठक में रूसी आक्रमण के बाद हुए मानवाधिकार उल्लंघन को लेकर मतदान किया गया।
इस प्रस्ताव के लिए 47 सीटों वाली परिषद के 32 सदस्यों ने रूस के हमले को गैरजिम्मेदार ठहराते हुए इसे मानवाधिकारों का उल्लंघन करार दिया और उच्चतम-स्तरीय जांच स्थापित करने के लिए मतदान किया।
गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) ने बुधवार को यूक्रेन के खिलाफ हमला करने पर रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास किया था। इस प्रस्ताव में 193 में से 141 सदस्यों ने एकमत के साथ प्रस्ताव का समर्थन किया। इस प्रस्ताव में यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के प्रति प्रतिबद्धता का साथ दिया गया और रूस से मांग की गई यूक्रेन की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से अपने सैनिकों को तत्काल वापस बुलाए।
इस ऐतिहासिक प्रस्ताव में सिर्फ पांच देशों रूस, बेलारूस, इरिट्रिया, उत्तरी कोरिया और सीरिया ने प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया, जबकि भारत समेत 34 देशों ने हिस्सा नहीं लिया।