IAS पूजा सिंघल की जेल में कैसे कटी पहली रात जानें, मनरेगा घोटाले में ED ने किया है गिरफ्तार
मनरेगा घोटाले के आरोप में पकड़ी गईं झारखंड की खनन सचिव पूजा सिंघल ने जेल लाए जाने पर चक्कर आने की शिकायत की। इस पर जेल के डॉक्टरों को जांच के लिए बुलाया गया। जेल प्रशासन ने कहा कि फिलहाल आईएएस पूजा सिंघल की तबीयत सामान्य है। उन्हें मनरेगा के फंड का गबन करने के आरोप में बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद उन्हें 5 दिनों के लिए ईडी की रिमांड में भेजने का फैसला लिया गया था।
उनकी रिमांड गुरुवार से शुरू हो रही है। ईडी उनसे लगातार 5 दिनों तक पूछताछ करेगी। उसकी ओर से अदालत से गुजारिश की गई थी कि सिंघल को 12 दिनों की रिमांड पर भेजा जाए, लेकिन अदालत ने 5 दिनों की ही मंजूरी दी। पांच दिनों तक पूछताछ के बाद पूजा सिंघल को 16 मई को फिर से अदालत के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
जेल में नहीं की किसी से बात, करवट बदलते बीती रात
मनी लांड्रिंग के मामले में फंसीं झारखंड की खान सह उद्योग सचिव पूजा सिंघल बुधवार की रात बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में पहली रात कटी। रात के 10 बजे उन्होंने जेल में जैसे ही प्रवेश किया और मेन गेट खुला तो उनका ब्लड प्रेशर काफी अधिक बढ़ गया। वह बेहोशी की हालत में आ गई। जेल प्रशासन के दो सिपाही आनन-फानन में दवा दुकान पहुंचे और ब्लड प्रेशर की दवा लाकर पूजा सिंघल को दी गई। दवा खाने के बाद पूजा सिंघल का ब्लड प्रेशर नार्मल हुआ और उनकी स्थिति ठीक हुई। इसके बाद पूजा सिंघल को महिला वार्ड में भेज दिया गया।
रात को कई महिला कैदी उनके पास आ गईं। लेकिन उन्होंने किसी से बातचीत नहीं की। अपने सेल में जाकर काफी देर तक बैठी रहीं। महिला कैदियों ने ढाढस बंधाया, लेकिन बिना किसी से बातचीत किए लेट गईं। जेल सूत्रों के अनुसार पूजा सिंघल की रात करवटें बदलते बीती। इधर, उनके जेल पहुंचने से पहले जेल प्रशासन ने तैयारी पूरी कर रखी थी।। जेलर मो नसीम ने बताया कि पूजा सिंघल को आम कैदियों से अलग सेल में रखा गया है।
जेल पहुंचने पर पूजा सिंघल ने किसी से बात नहीं की और बमुश्किल रात कटी। वह गुमसुम बैठी नजर आईं और मच्छर काटने की शिकायत की। इस पर उनके लिए ऑलआउट की व्यवस्था की गई। झारखंड की खनन सचिव को भोजन के लिए रोटी, सब्जी, दाल और सलाद दी गई, लेकिन उन्होंने दो टुकड़े खाकर छोड़ दिया। पीने के लिए मिनरल वाटर की व्यवस्था की गई थी। पूरी रात पानी पीकर ही बिताई। महिला वार्ड के सुरक्षाकर्मी आइएएस के लिए तरह-तरह की व्यवस्था में लगे रहे। आईएस पूजा सिंघल के लिए जेल प्रशासन की ओर से मच्छरदानी और आलआउट की व्यवस्था की गई। हालांकि उन्होंने अपने सोने वाली जगह पर मछरदानी नहीं लगाया, आलआउट से ही काम चलाया।