IAS Rahul Kumar : आईएएस राहुल कुमार ने एक पीड़ित और लाचार पिता की मदद करके दिया समाज को बड़ा संदेश, होशियार भी रहना होगा इन बातों से

मुझे आज खुशी इस बात की है अरोपी युवक को पुलिस ने खोजकर गिरफ्तार कर लिया है। यह सारी बातें उन्होंने लिखी।

Update: 2022-04-10 11:23 GMT

जिलाधिकारी पूर्णिया राजेश कुमार (IAS Rahul Kumar)को एक व्यक्ति आठ अप्रैल को शाम को मिलने ऑफिस आया। उसी समय जिले पुलिस अधीक्षक भी मिलने आए हुए थे। पिता ने जो पूरा घटना क्रम उन्हे बताया तो जिलाधिकारी ने उस पर सख्त कार्यवाही के लिए पुलिस अधीक्षक को कहा। उसके बाद उन्होंने इस घटना का जिक्र समाज को सबक लेने के उद्देश्य से ट्विटर पर पूरा घटना क्रम शेयर किया। और आज वो अपराधी पुलिस ने खोजकर गिरफ्तार कर लिया है 

जिलाधिकारी राजेश कुमार ने लिखा की आज शाम कार्यालय में एक व्यक्ति से मुलाक़ात हुई। उन्होंने बहुत परेशानी की हालत में बताया कि उनकी बेटी के पूर्व प्रेमी ने पुरानी Video chat की रिकॉर्डिंग वाइरल करने की धमकी देकर पूरे परिवार को परेशान कर रखा है। यहाँ तक की उसने वह video उन्हें (लड़की के पिता को) भी भेज दी।

उन्होंने रोते हुए कहा कि हमारा परिवार 'वैसा' परिवार नहीं है और हमारी इज्जत चली जाएगी।मेरे साथ बैठे पुलिस अधीक्षक ने उनसे उस लड़के की details लीं। वह लड़का किसी और जिले का रहने वाला है। हमने उन्हें शीघ्र और सख़्त क़ानूनी कार्रवाई का यक़ीन दिलाया। पर, साथ ही एक और बात उन्हें बतायी।

मैंने उन्हें कहा कि कोई भी परिवार 'वैसा' परिवार नहीं होता और ऐसी घटना किसी के साथ हो सकती है इसलिए सबसे पहले इज़्ज़त जाने के भय को दिल से निकालना होगा।

फिर सोचा कि इज़्ज़त की पूरी अवधारणा कितनी पितृसत्तात्मक (patriarchal) है और कैसे इज़्ज़त का पूरा बोझ (इस मामले में) आरोपी की जगह पीड़ित पर आ जाता है। विडम्बना यह है कि पितृसत्ता स्त्रियों के साथ साथ पुरुषों को भी अपना शिकार बना लेती है।

वह पिता अपनी बेटी के साथ हो रहे अपराध पर यथोचित प्रतिक्रिया देने की जगह समाज में इज़्ज़त को लेकर बेबस और लाचार नज़र आ रहा था। ख़ैर, cyber bullying को बर्दाश्त न करें। आपकी चुप्पी आपकी 'इज़्ज़त' बचाए न बचाए, ऐसे आपराधिक तत्वों की हिम्मत ज़रूर बढ़ा देती है।

मुझे आज खुशी इस बात की है अरोपी युवक को पुलिस ने खोजकर गिरफ्तार कर लिया है। यह सारी बातें उन्होंने लिखी। 

लेकिन सवाल यह है कि क्या सभी जिलों के जिलाधिकारी यह व्यवहार करेंगे? नहीं इसीलिए आम आदमी आपनी मजाक बन जाने से डर जाता है। लिहाजा जिस तरह से पूर्णिया के जिलाधिकारी राहुल कुमार ने यह मदद की उससे एक पिता को न्याय की उम्मीद बंधी है। इस बात से जिलाधिकारी राजेश कुमार के ऊपर जनता का विश्वास भी बढ़ा है। 

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