सपा रैली की भीड़ ने दे दी होती जगह तो अस्पताल पहुंच जाते मदनलाल
2 घंटे तक समाजवादी की रैली की भीड़ में फंसी रही एंबुलेंस नही पसीजे सपाई भीड़ के बीच मरीज की हो गई मौत
कौशांबी: सत्ता पाने की लालसा लेकर समाजवादी पार्टी के नेता सपने देख रहे हैं तब वह सत्ता के नशे में मदहोश है आम जनता के दुख दर्द से सपा नेताओं का कोई लेना देना नहीं है उन्हें तो केवल सूबे की सत्ता पर कब्जा करने का मंसूबा सफल होता दिख रहा है समाजवादी पार्टी सत्ता में नहीं है तो इतना नशे में उनके कार्यकर्ता चूर है यदि आम जनता ने सपा को फिर सत्ता दे दी तो पार्टी कार्यकर्ता पदाधिकारी किस तरह नशे में मदहोश हो जायेगे इसका अंदाजा लगाया जाना मुश्किल है.
ताजा मामला समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता पूर्व कैबिनेट मंत्री इंद्रजीत सरोज की रैली का है. इंद्रजीत सरोज की फतेहपुर जिले में रैली आयोजित थी सपा की रैली में आम जनता कार्यकर्ता पदाधिकारियों की भीड़ एकत्रित थी रैली की भीड़ के चलते सड़क पर दो घंटे से अधिक समाजवादी के नेताओं ने अपने वाहनों को खड़ा कर जाम लगा दिया.
भीड़ के बीच हजारो आम जनता फस कर परेशान होती रही इसी बीच मंझनपुर कस्बे के रामलीला कमेटी के संरक्षक दुर्गा मंदिर के अध्यक्ष बड़े व्यापारी मदनलाल केसरवानी को उनके परिजन एंबुलेंस लेकर इलाज कराने कानपुर जा रहे थे लेकिन नशे में चूर समाजवादी पार्टी के नेताओं ने एंबुलेंस को जाने के लिए सड़क पर रास्ता नहीं दिया दो घंटे तक एंबुलेंस चालक सपा नेताओं से रास्ता मांग रहा था लेकिन मदहोश सपा नेता को सत्ता पर कब्जा करने का नशा सवार था उन्हें आम जनता की जिंदगी से क्या मतलब है दो घंटे तक समाजवादी पार्टी की रैली में एंबुलेंस फसने से मदनलाल केसरवानी की रैली की भीड़ के बीच मौत हो गई.
सवाल उठता है कि सत्ता पर कब्जा करने की नियत रखने वाले समाजवादी पार्टी के नेताओं के इस कारनामे से आम जनता के बीच क्या संदेश जाएगा क्या सड़क पर रैली की भीड़ का प्रदर्शन करने से समाजवादी पार्टी का वोट बैंक बढ़ेगा या फिर आम जनता के दिलो-दिमाग में समाजवादी पार्टी के इस कारनामे से नफरत पैदा होगी यह अहम सवाल लोगों के दिल में कौंध रहा है सत्ता में काबिज होने के सपने को लेकर इस कदर बौखलाए सपा नेताओं के हाथ फिर सूबे की सत्ता लग गई तो बीते कार्यकाल से अधिक इस कार्यकाल में उन्हें गुमान होगा.