पटना। पटना के बेउर जेल के कैदी गुरुवार की सुबह अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरना पर बैठ गए। धरना पर बैठे बंदियों ने जेल प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए। धरना की सूचना मिलते ही कारा अधीक्षक दल बल के साथ धरनास्थल पर पहुंचे। धरना की पुष्टि कारा अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने किया।
उन्होंने कहा कि कैदियों की समस्याओं को लेकर जेल आईजी से बात की गई है। आईजी द्वारा कैदियों की मांगों को पूरा करने की बात कही। कारा अधीक्षक ने कहा कि कैदियों की मांग पूरी होने के बाद उन्होंने अपना धरना समाप्त कर दिया है।
कैदियों का कहना है कि कोरोना काल को लेकर पिछले कई महीनों से फिजिकल मुलाकात पर रोक लगा दिया गया है। सर्दी का मौसम शुरू हो गया है। ऐसी स्थिति में उन्हें गर्म कपड़ों की जरूरत पड़ रही है। इसके अलावा बंदियों के लिए बाहर से आने वाले खाना पर भी पूरी तरह रोक लगा दिया गया था। इन सभी मांगों को लेकर कैदी सरयू खंड के नजदीक धरना पर बैठ गए।
लगभग 2000 बंदी धरना पर बैठ कर जेल प्रशासन के खिलाफ जेल के अंदर नारेबाजी की। कैदी अपनी मांगों को लेकर अड़े हैं। कैदियों का आरोप है कि दुर्गा पूजा के पहले उन्होंने जेल प्रशासन को लिखित आवेदन दिया था। जेल प्रशासन ने कैदियों को मांगों को पूरा करने का आश्वासन भी दिया था। इसके बावजूद भी जेल प्रशासन ने पूरा नहीं किया।
इस बात को लेकर कारा अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने उन्होंने बताया कि उनकी समस्याओं को लेकर जेल आईजी से बात की गई है। कारा अधीक्षक जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि लगभग 2 हजार बंदिओं द्वारा दुर्गा पूजा से पहले फिजिकल मुलाकात, गरम कपड़ा और खाना को लेकर आवेदन दिया गया था।
आज बंदियों द्वारा धरना पर बैठे रहने की मामले की पुष्टि उनहोंने की। उन्होंने बताया कि कारा महानिरीक्षक द्वारा उनकी मांगों को मांग लिया गया है और जल्द ही फिजिकल मुलाकात और गर्म कपड़े का आदेश मिलने के बाद यह काम आज से ही शुरू कर दिया जाएगा। कारा अधीक्षक ने कहा कि उनकी मांगों को मान लेने के बाद धरने पर बैठे बंदियों ने अपना धरना समाप्त कर दिया है।