IPL 2025: मेगा ऑक्शन से पहले बढ़ेगी टीमों की पर्स वैल्यू, जानें अब 1 फ्रेंचाइजी कितने करोड़ कर सकेगी खर्च?

IPL 2025 Mega Auction: आईपीएल 2025 के मेगा ऑक्शन से पहले एक रिपोर्ट के हवाले से जानकारी मिली है कि अपकमिंग सीजन में टीमों की पर्स वैल्यू बढ़ने वाली है.

Update: 2024-09-28 16:57 GMT

IPL 2025 Mega Auction: आईपीएल 2025 मेगा ऑक्शन की तैयारियां जोरों-शोरों से चल रही हैं. इधर फ्रेंचाइजियां अपने-अपने सपोर्ट स्टाफ में जरूरी बदलाव कर रही हैं. तो वहीं, बीसीसीआई भी इस बार मेगा ऑक्शन में कई बदलाव करने की ओर देख रहा है. इस बीच रिपोर्ट्स के हवाले से खबर सामने आ रही है कि बोर्ड सभी 10 फ्रेंचाइजियों की पर्स वैल्यू 20 से 25 प्रतिशत तक बढ़ा सकता है.

बढ़ेगी टीमों की पर्स वैल्यू

आईपीएल 2025 में मेगा ऑक्शन होने वाला है. एक बार फिर टीमों पर पूरी टीम तैयार करने का प्रेशर होगा और इसके लिए वह बड़ी पर्स वैल्यू के साथ ऑक्शन टेबल पर जाना चाहेंगी. ऐसे में बोर्ड भी फ्रेंचाइजियों की सहूलियत का ध्यान रखते हुए पर्स वैल्यू को बढ़ाने के बारे में सोच रहा है.

आईपीएल 2024 में हुए मिनी ऑक्शन के दौरान फ्रेंचाइजियों का पर्स 100 करोड़ रुपये थी. इस बार बीसीसीआई रकम को बढ़ा सकता है. इसमें 20 से 25 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हो सकती है. नतीजन, पर्स 120 करोड़ रुपये का हो सकता है. हालांकि, इस मामले पर अभी तक बोर्ड की ओर से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है.

टीमों के बीच होगी भिड़ंत

मेगा ऑक्शन में कई बड़े खिलाड़ी हिस्सा लेने वाले हैं. रोहित शर्मा, ऋषभ पंत जैसे कई बड़े खिलाड़ियों के फ्रेंचाइजी द्वारा रिलीज किए जाने की उम्मीद जताई जा रही हैं. अब जाहिर तौर पर यदि इतने बड़े खिलाड़ी मेगा ऑक्शन में आते हैं, तो फ्रेंचाइजियों को उनके लिए बड़ी से बड़ी बोली लगानी होगी और इसके लिए उन्हें बड़े पर्स की जरूरत होगी.

मेगा ऑक्शन में रिटेंशन नियम

आईपीएल 2025 मेगा ऑक्शन को लेकर बीसीसीआई कई बड़े फैसले लेने वाली है. ना केवल पर्स वैल्यू बढ़ने की खबर है. बल्कि रिटेंशन नियमों में भी बदलाव देखने को मिल सकते हैं. दरअसल, पिछले महीने एक मीटिंग के दौरान फ्रेंचाइजी के मालिकों ने बोर्ड के सामने रिटेन किए जाने वाले प्लेयर्स की संख्या बढ़ाने की मांग रखी थी.

फिलहाल, बोर्ड ने कोई फैसला नहीं सुनाया है, लेकिन उम्मीद है कि रिटेन प्लेयर्स की संख्या बढ़ाकर 6 की जा सकती है. हालांकि, कई फ्रेंचाइजियां इसके पक्ष में नहीं थीं. इसलिए बोर्ड को सभी 10 टीमों को ध्यान में रखते हुए फैसला लेना होगा.

Tags:    

Similar News