सपा के राष्ट्रीय सचिव व प्रवक्ता राजीव राय के कैंप कार्यालय पर शनिवार सुबह सात बजे से शुरू हुई आईटी विभाग की छापेमारी देर रात पौने 12 बजे तक चलती रही। सुबह छापेमारी की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में कार्यकर्ता वहां पहुंच गए। इस दौरान अधिकारियों पर फंसाने का आरोप लगाते हुए अधिकारियों के लैपटॉप भी कार्यकर्ताओं ने चेक किए।
शनिवार सुबह नौ वाहनों से दो दर्जन से अधिक अधिकारी शहर कोतवाली क्षेत्र में पुरानी तहसील के पास राजीव राय के कैंप कार्यालय पहुंचे। अंदर घुसने के बाद टीम के सदस्यों ने राजीव राय से पूछताछ शुरू की। टीम के सदस्यों ने राय के कंप्यूटर का हार्ड डिस्क कब्जे में ले लिया। उनके मोबाइल का क्लोन भी लिये जाने के बात सामने आ रही है।
राय को कार्यालय में ही नजरबंद कर अफसरों ने छत से लेकर एक-एक हिस्सों की जांच पड़ताल की। देर रात तक लगभग हर कमरे की बारी-बारी से टीम के सदस्य तलाशी ले रहे थे। दोपहर बाद पूछताछ के दौरान ही राजीव की तबीयत बिगड़ गई। उनके रीढ़ की हड्डी और घुटने में समस्या थी। बाद में टीम ने डॉक्टरों को बुलाया। उनकी जांच हुई।
उधर, सपा कार्यकर्ताओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए टीम ने भारी संख्या में पुलिस बल को बुला लिया था। देर रात पौने 12 बजे कार्रवाई पूरी कर दस्तावेजों के साथ टीम रवाना हो गई। राजीव राय ने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई सरकार बदले की भावना से करा रही है। गौरतलब है कि राजीव 2014 में घोसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। वह सपा प्रमुख अखिलेश यादव के करीबी नेताओं में बताए जाते हैं।