जेएनयू में 4 घंटे चली हिंसक झड़प की कहानी सुनिए पीड़ित छात्र-छात्राओं की जुबानी
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU violence) का कावेरी हॉस्टल रविवार देर शाम छात्रों के चीखने-चिल्लाने की आवाजों से गूंज उठा. वहां रामनवमी के मौके पर कथित रूप से नॉन वेज को लेकर विवाद हो गया था, जिसके बाद ABVP और लेफ्ट पार्टियों के छात्र संगठनों से जुड़े छात्रों के बीच हिंसक झड़प हुई. करीब 4 घंटे तक JNU में हंगामा हुआ.
हिंसक झड़प के पीछे कौन था? इसको लेकर अलग-अलग दावे हैं. जेएनयू स्टूडेंट यूनियन (JNUSU) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के सदस्य एक दूसरे पर पत्थरबाजी और मारपीट का आरोप लगा रहे हैं. बता दें कि JNU छात्रसंघ पर लेफ्ट विंग संगठनों का कब्जा है.
पुलिस का कहना है कि हिंसा में कुल छह लोग घायल हुए हैं. वहीं छात्र संगठनों का कहना है कि दोनों गुटों के करीब 60 छात्र जख्मी हुए हैं. लेफ्ट पार्टियों के छात्र संगठनों का कहना है कि उनके करीब 50 सदस्य घायल हैं. वहीं ABVP का आरोप है कि उनके 10-12 सदस्यों को पीटा गया है.
छात्रों का आरोप है कि ABVP सदस्यों ने कावेरी हॉस्टल की मेस कमेटी को कहा था कि रामनवमी की वजह से रविवार को मेस के रात के खाने में नॉन-वेज ना बनाया जाए. लेकिन मेस प्रशासन इसके लिए राजी नहीं हुआ क्योंकि वीकेंड पर वहां नॉन वेज पहले से बनता ही था.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, छात्र ने आगे आरोप लगाया कि फिर शाम तक विवाद और बढ़ गया था. फिर जब मेस कमेटी और मेस मैनेजर की मीटिंग हो रही थी जब रामनवमी के लिए लाए गए झंडे के डंडे से ABVP कार्यकर्ताओं ने हमला किया. फिर कावेरी हॉस्टल के छात्रों ने मदद के लिए छात्र संघ के लोगों को बुलाया. फिर लड़ाई और बढ़ गई.
ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (AISA) की दिल्ली अध्यक्ष मधुरिमा कुंडू ने कहा कि दोपहर में ABVP कार्यकर्ताओं ने चिकन सप्लाई करने आए मेस वेंडर पर भी हमला किया था. AISA का आरोप है कि फिर रात को 7 बजकर 45 मिनट के करीब ABVP के कार्यकर्ता मेस में आए और उन्होंने पहले हाथों से और फिर जो वहां पड़ा मिला उससे हमला किया.
मधुरिमा के मुताबिक, 'छात्र मेन गेट की तरफ भागने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन ABVP कार्यकर्ता उनपर गमले, डंडे जो मिल रहा था उससे हमले कर रहे थे. मेरे सिर पर आंख के पास चोट लगी. एक दूसरी छात्रा जिसका नाम Akhtarista Ansari है, उसके भी सिर पर चोट लगी. कुछ देर तक उसको ऐसा लगा कि उसकी आंखों की रोशनी चली गई है.
दावा है कि नाराज ABVP कार्यकर्ताओं ने उन छात्राओं पर वहां रखे वॉटर कूलर तक फेंककर मारे. फिर जब छात्राएं भागने की कोशिश करने लगीं तो ABVP एक्टिविस्ट्स ने पत्थर फेंककर हमला किया.
दूसरी तरफ ABVP ने JNUSU के आरोपों को नकारा है. उनका कहना है कि दोपहर 3.30 बजे के करीब कावेरी हॉस्टल में रामनवमी के लिए पूजा और हवन होना था, जिसमें लेफ्ट संगठनों ने रुकावट पैदा दी. ABVP का कहना है कि पूजा को रोकने के लिए ही राइट टू फूड (नॉन वेज खाने) का मुद्दा बनाया गया.
ABVP का कहना है कि तीन दिन पहले ही रामनवमी के उत्सव की जानकारी देते हुए पोस्टर लगा दिये गए थे. तब से ही लेफ्ट पार्टियों से जुड़े संगठन धमकी दे रहे थे कि वे यह पूजा नहीं होने देंगे. बीजेपी की छात्र विंग एबीवीपी का कहना है कि यहां नॉन वेज फूड वाला कोई एंगल ही नहीं था.