Kamala Harris: कमला हैरिस ने अपनी उम्मीदवारी का किया अधिकारिक ऐलान, जानें स्कूली जीवन से राजनीति तक का सफर
Kamala Harris: अमेरिकी राष्ट्रपति उम्मीदवार कमला हैरिस के माता-पिता ने बचपन में ही तलाक ले लिया था. ब्लाइंड डेट के बाद शादी, स्कूली जीवन से राजनीति तक रहीं सक्रिय.
US Election 2024 कमला हैरिस ने अमेरिकी राष्ट्रपति पद की अपनी उम्मीदवारी का ऐलान कर दिया है. वे अब डेमाक्रेटिक पार्टी का प्रमुख चेहरा बन चुकी है. जो बाइडेन ने बीते दिनों अपना नाम राष्ट्रपति की उम्मीदवारी से वापस ले लिया था. इसके बाद से कमला हैरिस का नाम चर्चा में आने लगा. आपको बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव नवंबर में होंगे. वह इस बार डेमोक्रेटिक पार्टी की सबसे प्रबल दावेदार कमला हैरिस हैं. कमला बचपन से ही बागी किस्म का स्वभाव रखती थीं. कमला जब 7 साल की थीं तो उनके माता-पिता का तलाक हो गया था. शनिवार को यानि आज उन्होंने आधिकारिक तौर पर संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी का ऐलान कर दिया. इसके बाद एक फॉर्म पर हस्ताक्षर किए.
अभियोजक से राजनेता बनने तक का सफर
कमला हैरिस देश की पहली भारतीय अमेरिकी सीनेटर हैं. वह कैलिफोर्निया की पहली महिला और दक्षिण एशियाई अटॉर्नी जनरल भी थीं. हैरिस उपराष्ट्रपति बनने वाली पहली महिला हैं. इसके साथ ही वे इस पद पर आसीन होने वाली पहली अश्वेत या एशियाई अमेरिकी शख्स भी हैं. अगर वह चुनाव में विजयी होती हैं तो वह देश की पहली महिला राष्ट्रपति होंगी.
हैरिस ने कब शुरू किया राजनीति सफर
कमला हैरिस का जन्म 20 अक्टूबर, 1964 को कैलिफोर्निया के ओकलैंड में हुआ. 2019 में लिखी अपनी पुस्तक 'द ट्रूथ वी होल्ड: एन अमेरिकन जर्नी' में कमला ने जिक्र किया था कि उनके नाम को लोग विराम चिह्न की तरह पुकारते हैं, 'कॉमा-ला'.
भारतीय थीं कमला की मां
हैरिस के पिता का नाम डोनाल्ड है. वे बर्कले में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र की पढ़ाई करने को लेकर जमैका से अमेरिका में आ गए. अब वे स्टैनफोर्ड में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर एमेरिटस हैं. उनकी मां श्यामला गोपालन हैरिस, 1950 के अंत तक दक्षिण भारत से अमेरिका में पहुंच गईं. 2009 में हैरिस की मां का निधन हो गया.
कमला की शिक्षा
कमला ने यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया हेस्टिंग्स में लॉ स्कूल से अपनी पढ़ाई की. जिला अटॉर्नी के कार्यालय में अभियोजक के रूप में अपना करियर आरंभ किया. हैरिस ने तीन दशक तक अभियोजक के रूप में काम किया. आकलैंड के अल्मेडा काउंटी के लिए डिप्टी डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी के रूप में काम किया. 2004 में उन्हें फ्रांसिस्को की डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी के पद पर चुना गया. वे 2011 में कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल बनने वाली सबसे पहली अश्वेत महिला बनीं और पहली एशियाई अमेरिकी बनीं. 2016 में अमेरिकी सीनेटर बनने वाली पहली भारतीय महिला बनीं. वहीं 2017 से 2021 तक वह कैलिफोर्निया की जूनियर US सीनेटर भी रहीं. 2021 में वह अमेरिकी उपराष्ट्रपति बनीं.