जनवादी ग़ज़लकार डी एम मिश्र के जन्मदिन पर कवि सम्मेलन सम्पन्न

Update: 2021-10-17 17:43 GMT

अखिल भारतीय काव्य मंच ,मुंबई की ओर से आज सुल्तानपुर जिले के प्रख्यात जनवादी कवि,एवं गजलकार डॉक्टर डी एम मिश्र के जन्मदिन के उपलक्ष्य में एक कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया । जिसकी अध्यक्षता प्रख्यात कवि व आलोचक डॉ जीवन सिंह ने किया। सुप्रसिद्ध कवि व आलोचक मिथिलेश श्रीवास्तव विशिष्ट अतिथि की भूमिका में रहे।दूसरे विशिष्ट अतिथि के रूप में अखिल भारतीय काव्य मंच मुंबई के पूर्व अध्यक्ष और बरेली साहित्यिक मंच के अध्यक्ष सुभाष राहत बरेलवी थे। कार्यक्रम का आगाज मुंबई की जानी-मानी कवयित्री मुंबई अनुराधा पांडेय की सरस्वती वंदना से हुआ। उनके बाद राष्ट्रपति पुरस्कार सम्मानित शिक्षिका एवं अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शायरा सोनिया अक्स ने कई शेर और ग़ज़लें पढकर श्रोताओं की वाहवाहियां लूटी।जाने - माने शायर सुभाष राहत बरेलवी ने इसके बाद अपनी ग़ज़लों से छटा बिखेरी।विशिष्ट अतिथि के रूप में दिल्ली से पधारे कवि मिथिलेश श्रीवास्तव ने डा मिश्र को उनके जन्मदिन पर दिली मुबारकबाद दी और कहा श्री मिश्र ग़ज़ल की दुनिया में खूब नाम कमा रहे हैं। ऐसा इसलिए है कि वह एक से बढ़कर एक जनवादी ग़ज़ले दे रहे हैं और लगातार पत्र -पत्रिकाओं में छप रहे हैं।अंधेरा शीर्षक पर लिखी उनकी कविता खूब सराही गई है।यह कविता हमें बहुत कुछ सोचने के लिए विवश करती है। इसके बाद युवा कवि व कार्यक्रम के संचालक विकास मिश्र सागर ने भी अपनी कविताएं पेश की और बड़े सम्मान के साथ कवि डी एम मिश्र को आवाज दी जिनकी शान में यह पूरा आयोजन था। डाक्टर मिश्र ने एक से बढ़कर एक ग़ज़ले सुनाई और लोगों की फरमाइश पर अपनी यह सुप्रसिद्ध ग़ज़ल भी पढ़ी,--

गांवों का उत्थान देखकर आया हूं,

मुखिया का दालान देखकर आया हूं।

कागज पर पूरा पानी है नहरों में

सूख गया जो ध्यान देखकर आया हूं।

मनरेगा की कहां मजूरी चली गयी

सुखिया को हैरान देखकर आया हूं।

उनके बाद प्रो अंजनी कुमार द्विवेदी काफी देर तक अपने मुक्तकों और गीतों से छटा बिखेरते रहे। फिर मंच पर आयीं अखिल भारतीय काव्य मंच मुंबई की अध्यक्षा डॉक्टर शुभा सचान सरस जो एक से बढ़कर एक रचनाएं पढ़कर श्रोताओं को भाव काफी देर तक विभोर करती रहीं।डॉक्टर शुभा ने तहे दिल से डॉ मिश्र की ग़ज़लों की तारीफ भी की और उन्हें जन्मदिन की ढेर सारी मुबारकबाद भी दी।कार्यक्रम के अंत में अलवर राजस्थान से इस मंच की शोभा बने वरिष्ठ कवि व आलोचक डॉ जीवन सिंह ,जो आज इस आयोजन के अध्यक्ष भी थे सर्वप्रथम डॉ डी एम मिश्र को उनके जन्मदिन के अवसर पर ढेर सारी बधाइयां और शुभकामनाएं दी और फिर उन्होंने कहा आज के समय के भीतर घुसकर अच्छी रचना पकड़ना कोई आसान काम नहीं।जब सत्ता निरंकुश हो गयी हो तो उससे सीधे लड़ा नहीं जा सकता नहीं तो लखीमपुर-खीरी जैसे कांड होने में देर नहीं लगेगी।इसके लिए जनता को जागरूक होना होगा।जब तक जनता जागरूक नहीं होगी तब तक अन्याय को रोकना मुश्किल है। यह दायित्व हम सबका है।डाक्टर डी एम मिश्र इस समय अपनी ग़ज़लों के माध्यम से यही कार्य कर रहे हैं।वह लगातार प्रतिरोध की रचनाएं लिख रहे हैं जो खूब पढी जा रही और जनप्रिय हो रही। उनके जन्मदिन के अवसर पर हम लोग एकत्र हुए और एक सफल कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ इसके लिए हम अखिल भारतीय काव्य मंच और उससे जुड़े पदाधिकारियों की तारीफ भी करते हैं और धन्यवाद भी देते हैं और आशा व्यक्त करते हैं कि ऐसे कार्यक्रम लगातार होते रहेंगे।

इस कार्यक्रम का संचालन प्रवक्ता एवं पत्रकार विकास मिश्र सागर ने किया।तकनीकी सहयोग ममता बारोट के द्वारा किया गया।आज के इस कार्यक्रम में काफी संख्या में श्रोतागण पटल से आखिर तक जुड़े रहे जिनमे परशुराम तिवारी, हीरो बाधवानी,अलका मिश्रा,नौशीन प्रवीन,प्रमोद मिश्र निर्मल,भूदत्त शर्मा, चन्द्र देव दीक्षित,सोहन लाल शर्मा,मीनाक्षी शर्मा,माधवी,अशोक मिश्र ,अनामिका सिंह अविरल,अर्पित पांडेय,शेष नारायण मिश्र सुमन तिवारी,दीप्ति दीप डॉक्टर संगीता राज,डॉक्टर शोभा दीक्षित, डॉक्टर शोभा त्रिपाठी आदि लोग जुड़े रहे।

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