नरेंद्र गिरि की मौत पर महामंडलेश्वर कैलाशानंद के बयान से मची खलबली, महंत बलबीर गिरी अपनी बात से क्यों मुकरे?
महंत नरेंद्र गिरि को बाघंमरी मठ में भू-समाधि दे दी गई है. महंत को उनके गुरु के बगल में ही समाधि दी गई है. महंत नरेंद्र गिरी की मौत को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं. इसी बीच महामंडलेश्वर कैलाशानंद ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि पंच परमेश्वर को सुसाइड नोट पर भरोसा नही है. यह सुसाइड नोट नरेंद्र गिरी ने नही लिखा है. इसके आधार पर उत्तराधिकारी का फैसला नही हो सकता है. वहीं उनके दूसरे शिष्य बलवीर गिरि भी सवालों के घेरे में आ गए हैं.
दरअसल, बलवीर एक दिन पहले दिए अपने ही बयान से पलट गए हैं. कल नरेंद्र गिरि के कथित सुसाइड नोट को देखकर बलवीर ने कहा था, मैंने वो राइटिंग देखी है, वो गुरुदेव के हाथ के अक्षर हैं. जिसके कारण ये हुआ है, हम उनको नहीं छोड़ेंगे. उनको अंदर करवाकर ही छोड़ेंगे. वहीं, 24 घंटे के अंदर ही बलवीर अपने बयान से पलट गए.
अब उन्होंने कहा कि मैं गुरुजी की राइटिंग को नहीं पहचानता. मैं उत्तराधिकारी नहीं हूं. महंत बनाने का फैसला पंच परमेश्वर करेंगे. सीएम ने जो आश्वासन दिया है, उसपर भरोसा है. बता दें कि सीएम योगी ने महंत नरेंद्र गिरी के दोषियों को सजा दिलाने की बात कही थी.
महंत नरेंद्र गिरि के कथित आत्महत्या मामले में एक बड़ी जानकारी सामने आई है. पुलिस ने सल्फास की गोलियां भी जब्त की हैं. पुलिस अब पता लगा रही है कि क्या जहर महंत नरेंद्र गिरि ने मंगाया था. गौरतलब है कि सुसाइड नोट में 13 सितंबर को आत्महत्या करने की बात लिखी थी, लेकिन फिर किसी वजहों से ऐसा नहीं हुआ.