उपचुनाव जीतने के बाद भी अटकीं थी ममता की सांसें, राज्यपाल की घोषणा के बाद यह संकट टला

Update: 2021-10-05 11:54 GMT

पश्चिम बंगाल के राज्‍यपाल जगदीप धनखड़ और विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी के बीच पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) सहित निर्वाचित तीन विधायकों को शपथ दिलाने को लेकर चल रहा विवाद थम गया है. राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को ट्वीट कर जानकारी दी कि राज्यपाल 7 अक्तूबर को सुबह 11.45 बजे विधानसभा परिसर में ममता बनर्जी सहित अन्य निर्वाचित दो विधायकों को शपथ दिलाएंगे। 

बता दें कि राज्‍यपाल धनखड़ ने बंगाल विधानसभा के स्‍पीकर बिमान बनर्जी से विधायकों को शपथ दिलवाने का अधिकार छीन लिया है. बताया जा रहा है कि ऐसा पहली बार हुआ है जब बंगाल के गवर्नर ने इस तरह का कदम उठाया था. उसके बाद ममता बनर्जी के शपथ समारोह को लेकर संशय बन गया था, लेकिन अब राज्यपाल की घोषणा के बाद यह संकट टल गया है.

ममता बनर्जी ने भवानीपुर विधानसभा उपचुनाव 58,835 मतों के भारी अंतर से जीता है। उन्होंने इस सीट से 2011 का अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया है। टीएमसी ने रविवार को जंगीपुर और समसेरगंज की दो अन्य विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की है।

राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ट्वीट कर बताया, "राज्यपाल पश्चिम बंगाल जगदीप धनखड़ 7 अक्टूबर, 2021 को 11.45 बजे पश्चिम बंगाल विधान सभा के परिसर में पश्चिम बंगाल के निर्वाचित सदस्यों विधायकों अर्थात ममता बनर्जी, जाकिर हुसैन और अमिरुल इस्लाम को शपथ दिलाएंगे." बता दें कि पश्चिम बंगाल के विधानसभा इतिहास में जगदीप धनखड़ पहले राज्यपाल होंगे, जो विधानसभा में जाकर नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाएंगे. अभी तक राज्यपाल द्वारा दिये गए अधिकार के तहत विधानसभा अध्यक्ष ही नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाते रहे हैं. राज्यपाल प्रायः राजभवन में मंत्रियों का शपथ दिलाते रहे हैं.

हालाकिं विधानसभा में पत्रकारों से बात करते हुए, ममता सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा, "हमने माननीय राज्यपाल से 7 अक्टूबर को दोपहर से पहले ममता बनर्जी को शपथ दिलाने का अनुरोध किया है। हम चाहते हैं कि वह शपथ दिलाने के लिए राज्य विधानसभा में आएं। हमें उम्मीद है कि 7 अक्टूबर तक गजट नोटिफिकेशन जारी हो जाएगा और वह विधानसभा में आकर हमारे अनुरोध का सम्मान करेंगे। ममता बनर्जी सहित तीनों विधायकों को शपथ दिलाएंगे।''

सीएम बने रहने के लिए 4 नवंबर तक शपथ लेना जरूरी था

मुख्यमंत्री बने रहने के लिए, तृणमूल कांग्रेस चीफ ममता बनर्जी को 4 नवंबर तक विधानसभा के सदस्य के तौर पर शपथ लेना जरूरी है। ममता बनर्जी ने रविवार को ही भवानीपुर उपचुनाव में रिकॉर्ड वोटों से जीत दर्ज की है। टीएमसी नेताओं का कहना है कि ममता दुर्गा पूजा से पहले ही सभी औपचारिकताएं निपटा लेना चाहती हैं, जिसमें अब एक हफ्ते से भी कम का समय बचा है। आपको बता दें कि मार्च-अप्रैल में हुए बंगाल विधानसभा चुनावों में नंदीग्राम सीट से हारने के बाद ममता बनर्जी ने 5 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।

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