मेरठ में महिला थाना प्रभारी व दरोगा पर लगे गंभीर आरोप, जल्द हो सकती है कार्रवाई
मेरठ की महिला थाने की एसओ मोनिका जिंदल पर एक लाख रुपये रिश्ववत के आरोप लगे हैं। इसमें महिला थाने की दरोगा रितु भी शामिल बताई गई हैं। पीड़ित द्वारा पूरे मामले की शिकायत पुलिस अधिकारियों से की गई है। जिसके बाद अधिकारियों ने जांच बैठा दी है। बताया जा रहा है की पैसे लेते हुए एक वीडियो भी पुलिस अधिकारियों को भेजी गई है।
मेरठ में महिला थाने में मोनिका जिंदल एसओ हैं। मेरठ के एक थाने में तैनात होमगार्ड के रिश्तेदार ने पुलिस अधिकारियों से शिकायत दर्ज कराई है की महिला एसओ मोनिका जिंदल व महिला दरोगा ने एक लाख रुपये लिए। एक केस के संबंध में यह पैसे लिए। इसकी विडियो भी अधिकारियों को भेजी गई है। इस संबंध में पुलिस अधिकारियों ने महिला एसओ व दरोगा के खिलाफ जांच बैठाई गई है। जांच एक सीओ रैंक के अधिकारी को दी गई है।
बताया गया है की एक लाख रुपये के मामले में पीड़ित द्वारा जो शिकायत की गई है उसमें महिला एसओ के जांच अधिकारी ने बयान भी दर्ज किए हैं। साक्ष्य के आधार पर जांच अधिकारी जांच कर रहे हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही महिला एसओ व महिला दरोगा पर कार्रवाई हो सकती है।
बतादें कि सरधना के छुर निवासी सुमित कुमार सेना में जवान है और उनकी तैनाती नागालैंड में है। सुमित की भाभी ने कुछ दिन पूर्व परिवार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमे में सुमित के खिलाफ रेप की धारा लगाई गई थी। मामले में जांच महिला थाने की दरोगा रितू काजला कर रही थी। रितू ने घटना को लेकर गांव जाकर कुछ दिन पूर्व बयान दर्ज कराए थे। पता चला कि जिस समय की घटना दिखाई गई, उस समय सुमित अपनी ड्यूटी पर था। इसी मामले में रितू ने सुमित और परिवार के सदस्यों को थाने पर भी बुलाया था।
कुछ दिन पहले सुमित अपने रिश्तेदार होमगार्ड के साथ महिला थाने पहुंचा। आरोप है कि यहां महिला थाना प्रभारी मोनिका जिंदल और दरोगा रितू काजला ने सुमित से नाम हटाने के लिए एक लाख रुपये की डिमांड की। सुमित ने रकम ज्यादा बताई और रिश्वत मांगने की वीडियो बना ली। इसके बाद सुमित की ओर से एसएसपी मेरठ प्रभाकर चौधरी से शिकायत कर दी गई।
एसएसपी ने एसपी देहात केशव कुमार को जांच दी है। वीडियो में साफ तौर पर रिश्वत मांगने की पुष्टि हो गई है। यह भी खुलासा हुआ कि रिश्वत की एक लाख रुपये की रकम भी दी गई है। पुलिस सूत्रों की मानें तो वीडियो में आरोप सिद्ध हो रहे हैं।
सेना के जवान सुमित ने एक लाख रुपये की रिश्वत को लेकर विरोध किया तो वीडियो रिकार्डिंग में महिला एसओ और दरोगा ने यह कहकर अपनी बात रखी कि एक महीने की तनख्वाह ही तो मांगी है। इस दौरान उन्हें शक भी हुआ कि मोबाइल से रिकार्डिंग की जा रही है और पूछ लिया कि क्या मोबाइल से रिकार्डिंग कर रहे हो। जवान ने यह कहा कि मोबाइल का सॉफ्टवेयर अपडेट हो रहा है।