MLA Umesh Kumar:विधायक उमेश कुमार ने खोला इनके खिलाफ मोर्चा, लगाया जहर देने का आरोप…
देहरादूनः उत्तराखंड की राजनीति में अभी विधानसभा सत्र शुरू नहीं हुआ है, लेकिन सियासत में हलचल तेज हो गई है। हरिद्वार जिले की खानपुर विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार का बड़ा बयान सामने आया है। विधायक उमेश ने सदन में बेरोजगारी और आउटसोर्स के जरिए नौकरी कर रहे युवाओं के लिए आवाज उठाने का ऐलान किया है।
उन्होंने युवाओं के लिए आवाज उठाते हुए कहा है कि अगर आउटसोर्स कंपनियों ने मनमानी खत्म नहीं की और युवाओं को ठगना बंद नहीं किया तो वह खुद एक बड़ा आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि दून अस्पताल के डॉक्टरों ने जहर देने की कोशिश की थी। उमेश के इस बयान से सियासत में भूचाल आ गया है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार उमेश कुमार ने उत्तराखंड के सरकारी विभागों में आउटसोर्स के जरिए जो भर्ती की जा रही है, उस पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में आउटसोर्स के नाम पर मैदान से लेकर पहाड़ तक युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। आउटसोर्स में नौकरियों के नाम पर उत्तर प्रदेश से कंपनियां उत्तराखंड आती हैं और आ रही है। ताज्जुब की बात ये है कि इस सब की जानकारी यहां के जनप्रतिनिधियों को है, लेकिन वे इस मुद्दे पर बात नहीं करता है।
इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि आउटसोर्स कम्पनियों को यहां के नेताओं ने बनाया है, जिसमें कई विभागों के निदेशक तक शामिल हैं। आउटसोर्स एजेंसी नौकरी के नाम पर युवाओं से मोटी-मोटी रकम लेती है। उन्होंने कहा है कि वह सरकार को सदन में इस मुद्दें पर घेरेंगे। साथ ही इसको लेकर मुख्यमंत्री से सदन में आवाज उठाकर जांच की मांग करेंगे।
बता दें कि मीडिया से बात करते हुए उमेश ने खुलासा किया कि जब उनके ऊपर पूर्व सरकार ने राजद्रोह का मुकदमा दर्ज कराया था तब उन्हें आनन-फानन में देहरादून से रांची जेल भेजा गया था। उस दौरान उन्हें कुछ समस्या के कारण व्हील चीयर पर दून अस्पताल लाया गया था।
तब दून हॉस्पिटल में उन्हें एक इंजेक्शन लगाया था, जिसको लेकर कहा गया था कि पेन किलर है और लंबे समय में उन्हें इससे राहत मिलेगी। लेकिन जैसे ही वह दिल्ली पहुंचे तो खून की उल्टियां शुरू हो गई थी। उन्होंने आरोप लगाया है कि दून अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें इंजेक्शन नहीं बल्कि जहर दिया था, पर बाबा केदार की कृपा से उनपर जहर का असर नहीं हुआ और आज वह जीवित है और विधानसभा का सदस्य है।