NASA Space Mission : अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने स्पेस से भेजा मैसेज, लोगों ने ली राहत की सांस

NASA Space Mission: भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स लंबे समय से अंतरिक्ष में फंसी होने के कारण धरती पर वापस नहीं आ पा रही हैं. जिससे लोग चिंतित हैं. इस बीच सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष से अपने चाहने वालों के लिए एक संदेश भेजा है.

Update: 2024-07-11 10:38 GMT

NASA Astronaut Sunita Williams : भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स लंबे समय से अंतरिक्ष में फंसी हुई हैं. वापसी में हो रही देरी से सभी परेशान हो रहे हैं. वहीं इस दौरान सुनीता विलियम्स ने लोगों को एक मौसेज भेजा है. यह मैसेज विलियम्स ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से लाइव न्यूज कॉन्फ्रेंस के दौरान वापसी मिशन पर अपने विचार शेयर किए. इस दौरान विलियम्स और बैरी विल्मोर ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि बोइंग स्टारलाइनर कैप्सूल उन्हें जल्द घर ले आएगा. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय मूल की नासा अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर को 5 जून को बोइंग स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) भेजा गया था. वहीं विलियम्स और विल्मोर का वापसी मिशन तकनीकी समस्याओं के कारण अभी रूका हुआ है, थ्रस्टर की खराबी और हीलियम रिसाव के चलते उनकी वापसी 45 से 90 दिनों तक बढ़ गयी है.

सुनीता विलियम्स का अंतरिक्ष से संदेश और नासा के स्टारलाइनर मिशन की कुछ जरूरी बातें: जिन्हें आपको जानना चाहिए.

सुनीता विलियम्स का मैसेज: सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष से मैसेज भेजते हुए कहा कि इस यात्रा में आने से उन्हें खुशी है.

स्टारलाइनर मिशन: बोइंग का स्टारलाइनर मिशन नासा के कॉमर्शियल क्रू प्रोग्राम का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) तक सुरक्षित और विश्वसनीय मानव अंतरिक्ष यात्रा प्रदान करना है.

सुनीता विलियम्स की भूमिका: सुनीता विलियम्स ने इस मिशन में पायलट की भूमिका निभा रही हैं. उनके साथ बट्च विलमोर, जो इस मिशन के कमांडर हैं, उन्होंने स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट को अंतरिक्ष में पहुंचाने में मदद की है.

मिशन का उद्देश्य: इस मिशन का उद्देश्य स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट को ISS तक पहुंचाना और वहां पर कुछ समय बिताना था. यह मिशन स्टारलाइनर को नियमित अंतरिक्ष यात्राओं के लिए प्रमाणित करने के लिए किया गया था.

तकनीकी: स्टारलाइनर एक पुन: उपयोगी क्रू कैप्सूल है जो सात यात्रियों को ले जाने की क्षमता रखता है. इसमें वायरलेस इंटरनेट और टैबलेट टेक्नोलॉजी जैसी आधुनिक सुविधाएं हैं.

चुनौतियां: इस मिशन से पहले स्टारलाइनर को कई तकनीकी समस्याओं और देरी का सामना करना पड़ रहा है. पिछले दो प्रयासों में भी समस्याएं आई थीं, लेकिन यह सफलतापूर्वक लॉन्च हो गया था. स्टारलाइनर मिशन का सफल होना नासा और बोइंग के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है. 

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