Noida Corona Update: 24 घंटे में बढ़ गई कोरोना की रफ्तार, 107 नए केस मिलने से हड़कंप, 33 बच्चे भी संक्रमित
नोएडा: देश की राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में कोरोना संक्रमण (Noida Coronavirus Cases) के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 100 से ज्यादा नए केस मिलने से लोगों की चिंता बढ़ गई है। मंगलवार को सबसे अधिक कोरोना संक्रमित बच्चे मिले। 33 बच्चे और किशोर समेत कोरोना के 107 नए मरीज सामने आए। वहीं 32 मरीज ठीक भी हुए हैं।
जिले में अब सक्रिय मरीजों की संख्या 411 हो गई है। एक दिन पहले सोमवार को नोएडा में 65 मामले मिले थे। अगर पूरे देश की बात करें तो पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 1,247 नए मामले सामने आए हैं। कल के मुकाबले आज मुकाबलों में 43% की गिरावट दर्ज की गई। सोमवार को 2,183 नए मामलों का पता चला था। ICMR के अनुसार, 18 अप्रैल को 4,01,909 टेस्ट हुए जबकि एक दिन पहले 17 अप्रैल को 2.61 लाख टेस्ट हुए
स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार, नोएडा में 886 लोगों की जांच हुई जिसमें 107 मरीज मिले। बच्चों में लगातार बढ़ रहे कोविड संक्रमण के चलते विभिन्न संगठनों ने छोटे बच्चों के स्कूलों को बंद करने की मांग की है। नोएडा और गाजियाबाद के कई स्कूलों में बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। हालांकि, स्कूलों के प्रबंधन ने स्पष्ट कर दिया है कि स्कूल नहीं बंद किए जाएंगे।
पब्लिक प्लेस पर मास्क लगाना हुआ जरूरी
इस बीच, बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाना अनिवार्य हो गया है। बगैर मास्क अगर कोई पाया जाता है तो उसे 500 रुपये का जुर्माना भरना पड़ सकता है। शासन स्तर से मास्क अनिवार्य किए जाने को लेकर जारी निर्देश के बारे में जिले के डीएम सुहास एलवाई का कहना है कि सूचना के अनुसार अभी मास्क अनिवार्य हुआ है। जुर्माना लगाने की कार्रवाई का निर्देश अभी नहीं है। अगले एक दो दिन में शासन से लिखित आदेश आने पर स्थित स्पष्ट होगी कि मास्क नहीं लगा रहे लोगों पर जुर्माना लगाने की कार्रवाई करनी है या नहीं।
कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए डीएम ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह साफ कर दिया था कि कोविड का मामला आने पर स्कूल स्वास्थ्य विभाग को इसके बारे में सूचित करेंगे। स्थिति अभी तक यह कि 100 से ज्यादा स्कूली बच्चों में कोरोना की पुष्टि हुई लेकिन स्वास्थ्य के पास सूचना केवल तीन-चार स्कूलों ने दी है। स्कूलों का तर्क है पैरंट्स उन्हें इसके बारे में सूचित करेंगे तभी तो वे जानकारी मिलेगी। बुखार की वजह से भी काफी बच्चे छुट्टी पर चल रहे हैं, लेकिन उन्हें कोविड है या नहीं इसकी जानकारी पैरंट्स स्कूल को देंगे तभी स्कूल स्वास्थ्य विभाग को जानकारी दे पाएंगे।