प्रेमिका का हत्या करने वाले का कबूलनामा, 5 मिनट में खत्म कर दिया चार साल का प्यार, वजह जानकर सन्न रह गई पुलिस
तेलियरगंज शिलाखाना की रहने वाली शालिनी की हत्या उसके दोस्त रवि ठाकुर ने अकेले ही की थी। उसने गुनाह कुबूल करते हुए बताया कि शालिनी उसे धोखा दे रही थी। उसके मोबाइल में दूसरे लड़कों के साथ उसकी फोटो और वीडियो देखकर वह आपा खो बैठा और गला दबाकर शालिनी की हत्या कर दी। इतना ही लाश को भी खुद बोर में भरा और बाइक से कुएं में फेंक आया। पुलिस के मुताबिक पूरे हत्याकांड को रवि ने अकेले ही अंजाम दिया है।
रवि कुमार ठाकुर पुत्र उमेश ठाकुर (24) मकदूमपुर डीह थाना मकदूमपुर जहानाबाद बिहार का रहने वाला है। वर्तमान में वह लोको कॉलोनी सिविल लाइंस, प्रयागराज में रहता है। पुलिस ने उसे 23 फरवरी को लगभग दोपहर 12 बजे मिंटो पार्क के पास से गिरफ्तार किया। रवि से जब पुलिस ने पूछताछ की तो पहले उसने कहानी बनाने की कोशिश की। पर जब पुलिस ने सख्ती दिखाई तो वह टूट गया। उसने जब सच्चाई बयां की तो पुलिस के भी होश उड़ गए।
रवि ने पुलिस को बताया कि वह शालिनी से बहुत प्यार करता था। शालिनी भी फुटबाल की अच्छी खिलाड़ी थी। उसके पास पैसे नहीं थे, तो उसने शालिनी को फुटबाल की किट दिलाई थी। समय-समय पर उसकी सभी जरूरतें पूरी करता था। पिछले 4 साल से उसके और शालिनी के बीच प्रेम संबंध था। 14 फरवरी की सुबह शालिनी धुरिया दिल्ली से ट्रेन से आई और प्लेट फार्म नंबर 4 पर उतरी। इसके बाद रवि ठाकुर उसे अपने साथ लोको पायलट कॉलोनी स्थित घर ले गया।
वहां जब शालिनी बाथरूम में नहाने चली गई तो उसने उसका मोबाइल चेक किया। उसके मोबाइल में कई लड़कों के साथ फोटो और वीडियो थे। रवि ठाकुर के मन में यह बात घर कर गई कि शालिनी उसे धोखा दे रही है। यह बात वह बर्दाश्त नहीं कर पाया और जब शालिनी बाथरूम से निकली, तो गला दबाकर मौत के घाट उतार दिया।
20 फरवरी को जब सिविल लाइंस थानाक्षेत्र के पोलो ग्राउंड के कुएं से एक युवती की लाश निकाली गई, तो उस दिन उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई थी। जब अखबारों में इस घटना की खबर छपी तो शालिनी के माता-पिता भी किसी अनहोनी की आशंका पर शव देखने सिविल लाइंस थाने पहुंचे। उन्होंने शव की पहचान अपनी बेटी शालिनी के रूप में की। शालिनी के दाहिने हाथ में रवि के नाम का टैटू गुदा था। तभी पुलिस को शक हो गया था कि इसका किसी रवि नाम के लड़के से प्रेम संबंध है। पिता राजेंद्र कुमार धुरिया ने भी पुलिस को बताया था कि शालिनी किसी रवि ठाकुर नाम के लड़के से बात करती थी।
पुलिस ने मोबाइल की सीडीआर निकलवाया तो आखिरी बार रवि के नंबर से बात हुई थी। इसके बाद शालिनी का नंबर बंद जा रहा था। फिलहाल पुलिस ने रवि को गिरफ्तार कर लिया है। शक में शालिनी के हाथ पर गुदा टैटू भी अपनी वफाई का सिला नहीं दे पाया। टैटू तो शालिनी की चिता के साथ जलकर खाक हो गया, पर इस प्रेम कहानी ने कई गंभीर सवाल अपने पीछे छोड़ दिए हैं।
रवि ने बताया कि जब शालिनी की मौत हो गई तो वह घबरा गया। उसने घर में एक बोरी ढ़ंढी और कैंची के सहारे शालिनी की लाश को बोरी में भरकर सिल दिया। इसके बाद शालिनी का शव बाइक पर रखकर रात में पोलो ग्राउंड स्थित कुंए के पास गया। आवाज न हो इसके लिए रस्सी में बांधकर लाश को कुंए में डाल दिया। लड़की का मोबाइल, उसके कपड़े भी रस्सी में बांधकर कुंए में फेंक दिया और चुपचाप वहां से घर चला गया। पुलिस में हत्या में प्रयोग किए गए रस्सी, कैंची, लड़की के मोबाइल फोन को भी बरामद कर लिया है।
होनहार खिलाड़ी से शातिर अपराधी तक का सफर
बिहार के जहानाबाद का रहने वाले रवि का भाई रेलवे में कार्यरत है। उसे रेलवे कालोनी में मकान एलाट हुआ है। वहीं रवि रहता था। रवि फुटबाल का होनहार खिलाड़ी है। लेकिन जिस तरह उसने हत्या को अंजाम दिया और लाश को ठिकाने लगाया, उससे पता चलता है कि उसके अंदर एक शातिर अपराधी भी था।
दिल्ली में कर रही थी नौकरी
मलिकापुर फूलपुर के मूल निवासी राजेंद्र प्रसाद ई-रिक्शा चलाते हैं। वह शिलाखाना मोहल्ले में किराए का कमरा लेकर रहते हैं। तीन बेटियों में शालिनी दूसरे नंबर की थी। वह फूलपुर स्थित निजी कॉलेज में बीए तृतीय वर्ष की छात्रा थी। परिजनों के मुताबिक, शालिनी ने सोरांव एलडीसी कॉलेज से सेल्स एंड मार्केटिंग का कोर्स किया था। यहीं से शालिनी का कैंपस सिलेक्शन दिल्ली की पलवल कंपनी में हुआ था। वह वहां नौकरी करने के लिए 17 नवंबर को गई और दिल्ली के फारुख नगर में किराए का कमरा लेकर रहने लगी थी। शालिनी वैलेंटाइन डे यानी 14 फरवरी को प्रेमी से मिलने के लिए प्रयागराज आई थी।