प्रयागराज महाकुंभ 2025 को लेकर तेज हुई तैयारियां, श्रद्धालुओं के लिए ये है योगी सरकार की खास तैयारी

प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ 2025 को लेकर यूपी की योगी सरकार ने तैयारी तेज कर दी है। यूपी सरकार के अधिकारी लगातार बैठक कर विकास की रिपोर्ट ले रहे हैं।

Update: 2023-10-21 07:10 GMT

प्रयागराज महाकुंभ 2025 को लेकर तेज हुई तैयारियां।

Prayagraj Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में लगने वाले महाकुंभ 2025 को लेकर यूपी सरकार तैयारियों में जुट गई है। यूपी की योगी सरकार ने 12 वर्ष के बाद लगने वाले इस महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाने को लेकर काम कर रही है। इसके तहत योगी सरकार प्रयागराज स्थित पवित्र संगम स्थल पर होने जा रहे महाकुम्भ को दिव्य, भव्य व सुव्यवस्थित बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। इस भव्य आयोजन को पूर्ण करने के लिए सड़क, पुल, बिजली, मेला क्षेत्र के विस्तारीकरण और व्यवस्थापन से जुड़े 2 हजार करोड़ रुपये से अधिक के प्रोजेक्ट्स धरातल पर आ चुके हैं। इन सारे प्रोजेक्ट्स को जल्द से जल्द पूरा करने को योगी सरकार का निर्देश है।

13 जनवरी से 26 फरवरी तक लगेगा महाकुंभ

इस बार महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी तक यानी 45 दिन चलेगा। इस दौरान मेला में 06 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। 40 लाख श्रद्धालु शाही स्नानों में आ सकते हैं, वहीं 40 लाख कल्पवासी हो सकते हैं। योगी सरकार लाखों-करोड़ों आगंतुकों के लिए पर्याप्त व्यवस्था करने के लिए तैयारी कर रही है। महाकुम्भ मेले में स्वच्छता को लक्षित करते हुए स्वच्छाग्रहियों की पर्याप्त उपलब्धता कराई जाएगी। इसके लिए बाकायदा डिजिटल म्यूजियम बनाए जाएंगे तथा आई ट्रिपल सी, आईटी और ड्रोन से मेला क्षेत्र की निगरानी के लिए सुचारू व्यवस्था की जाएगी।

सुरक्षा व्यवस्था होंगे मजबूत

मेला क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी खास तैयारी की गई है। इन सभी कार्यों में किसी भी प्रकार की ढिलाई व शिथिलता न हो इस पर फोकस किया जा रहा है। योगी सरकार मेला क्षेत्र में रोप-वे, पीपा पुल, आरओबी, पुलों आदि के निर्माण कार्य को समय से पूरा किए जाने व वीआईपी के साथ सामान्य श्रद्धालुओं के ठहरने की भी पर्याप्त व्यवस्था किए जाने पर फोकस कर रही है।

श्रद्धालुओं को लेकर ये हो रहे हैं कई इंतजाम

यूपी के नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने लगभग 3738 करोड़ रुपए की लागत से विभिन्न विभागों द्वारा अब तक अनुमोदित 260 परियोजनाओं की समीक्षा की। समीक्षा बैठक में उन्होंने अधिकारियों को प्रगति कार्यों की लगातार मॉनिटरिंग करने मूलभूत सुविधाओं के साथ पेयजल, शौचालय, विद्युत आपूर्ति, पार्किंग आदि की सुचार व्यवस्था करने, सड़कों व चौराहा से अतिक्रमण हटाने के साथ इनका चौड़ीकरण और सुंदरीकरण के कार्यों में गति लाने के आदेश दिए। साथ ही कहा कि महाकुम्भ की तैयारियों में किसी भी प्रकार की कमी न रह जाए इसलिए स्थानीय वासियों और जनप्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित कर उनके सुझाओं पर भी कार्य किया जाए।

कितना बड़ा होगा मेला क्षेत्र

महाकुम्भ 2025 के लिए नियुक्त मेलाधिकारी विजय किरन आनन्द ने अब तक की गई तैयारियों के संबंध में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि महाकुम्भ 2025 में पिछले कुम्भ के सापेक्ष अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। इसलिए मेला क्षेत्र को 04 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में व 25 सेक्टरों में बसाया जाएगा तथा लगभग 1800 हेक्टेयर में पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। 13 किमी लम्बी 7 रिवर फ्रंट रोड, ग्रीन बेल्ट का विकास, पेयजल, शौचालय, विद्युत व्यवस्था तथा वेंडिंग जोन की व्यवस्था भी कराई जाएगी।

आनंद ने बताया कि राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन से वित्त पोषित 7 घाटों में सरस्वती घाट, किला घाट, दशाश्वमेघ घाट, नौकायान घाट, ज्ञान गंगा आश्रम घाट, महेवा घाट तथा रसूला घाट का भी विकास किया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत चेंजिंग रूम, पेयजल, विद्युत, पार्किंग, गेट, साइनेज, बेंच, कूड़ादान, ग्रीन बेल्ट एवं शौचालयों आदि का निर्माण कराया जा रहा है।

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