प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ 2025 को लेकर तेज हुई तैयारियां, 14 महीने बाद 40 करोड़ श्रद्धालुओं का लगेगा जमावड़ा

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में लगने वाले महांकुभ 2025 को लेकर तैयारियां जोरो पर है। इस बार महांकुभ में 40 करोड़ भक्तों के आने की उम्मीद है।

Update: 2023-10-28 11:32 GMT

प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ 2025 को लेकर तेज हुई तैयारियां

Prayagraj Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ 2025 को लेकर तैयारियां जोरो पर है। यूपी की योगी सरकार महाकुंभ 2025 को दिव्य और भव्य बनाने को लेकर लगातार काम कर रही है। इसी क्रम में यूपी सरकार के चीफ सेक्रेटरी दुर्गा शंकर मिश्र ने संगम नगरी प्रयागराज में चौदह महीने बाद लगने वाले महाकुंभ की तैयारियों को लेकर आज अधिकारियों के साथ बैठक की साथ ही कुंभ क्षेत्र जाकर भी चल रहे कार्यों की समीक्षा की। इन तैयारियों को लेकर पूरी तरह संतुष्ट नजर आ रहे चीफ सेक्रेटरी ने कहा कि यूपी सरकार 2025 के महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाने की तैयारी कर रही है। उनके मुताबिक 2019 के कुंभ में जहां 20 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु आए थे, वहीं 2025 के महाकुंभ में 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाकर तैयारी की जा रही है।

यूपी सरकार के चीफ सेक्रेटरी ने आगे कहा कि प्रयागराज के अरैल में स्थित त्रिवेणी पुष्प को दोबारा विकसित किया जा रहा है। संगम में किले की तरफ से अरैल की ओर जाने के लिए रोपवे का निर्माण किए जाने की भी तैयारी है। मलाक हरहर से बेली तक बनने वाला 9 किलोमीटर का फ्लाईओवर भी महाकुंभ के पहले पूरा हो जाएगा। जिससे लखनऊ से आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक सीधे संगम में प्रवेश कर सकेंगे। इसके साथ ही एयरपोर्ट से संगम की कनेक्टिविटी बेहतर करने के लिए भी नई सड़क का निर्माण किया जा रहा है।

साथ ही संगम क्षेत्र में 110 मीटर का दशाश्वमेघ घाट समेत गंगा और यमुना नदियों पर कुल 7 नए घाटों का निर्माण किया जा रहा है। इसी तरह नाग वासुकी मंदिर, असि माधव और भीष्म पितामह की विश्राम की मुद्रा में स्थित प्रतिमा का भी जीर्णोद्धार किया जाएगा। जबकि किले में स्थित अक्षय वट, पातालपुरी और सरस्वती कूप के भी अलग कॉरिडोर का निर्माण हो रहा है। महाकुंभ के मद्देनजर शहर की सड़कों का चौड़ीकरण और चौराहों का सौंदर्यीकरण भी किया जा रहा है।

इसके साथ ही रेलवे और एयरपोर्ट पर भी विकास कार्य किया जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि महाकुंभ से पहले हल्दिया से वाराणसी तक के जलमार्ग को प्रयागराज तक बढ़ाने की भी कोशिश की जा रही है। चीफ सेक्रेटरी के मुताबिक महाकुंभ में लोगों को रहने के लिए स्थाई और अस्थाई टेंट सिटी का भी निर्माण किए जाने की तैयारी हो रही है।

कड़ी होगी महांकुभ की सुरक्षा

सुरक्षा के लिहाज से महाकुंभ में काफी तैयारी की जा रही है। 2019 के कुंभ में जो इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर स्थापित किया गया था, उसके जरिए हर जगह नजर रखी जाएगी। उन्होंने बताया कि आई ट्रिपल सी से सड़कों, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर नजर रखी जाएगी।

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