राहुल गांधी की सभा में लड़कियों के दुपट्टे तक उतरवाए, जानें क्या है मामला ?
कांग्रेस की सभा में काले रंग का खौफ का मतलब क्या?
उदयपुर में चिंतन शिविर के बाद कांग्रेस आज यानि 16 मई को दक्षिण राजस्थान के प्रसिद्ध तीर्थस्थल बेणेश्वर धाम में रैली की लेकिन इस रैली की खास बात ये रही की सभा में काले रंग के कपड़े, स्कार्फ लेकर आने की इजाजत नहीं दी गई।
राहुल की सभा में विरोध के डर से पुलिस-प्रशासन ने काले रंग का कोई भी कपड़ा सभा में नहीं ले जाने दिया। सभा में एंट्री गेट पर सबके रूमाल तक की जांच की गई। महिला हो या पुरुष सबकी तलाशी लेकर यह सुनिश्चित किया गया कि उसके पास काले रंग का कोई कपड़ा नहीं हो। लड़कियों के दुपट्टे तक उतारकर बाहर रखवा लिए गए।
राहुल गांधी की बेणेश्वर सभा में बड़ी संख्या में आदिवासी पहुंचे थे। सुबह से ही रैली में पहुंचने वालों का सिलसिला शुरू हो गया था। आम लोगों को एंट्री देने से पहले गेट पर तलाशी ली गई। जिसके पास भी काले स्कार्फ थे। उन्हें बाहर रखवा लिया। एंट्री गेट के बाहर दीवार पर काले रंग के स्कार्फ, दुपट्टों का ढेर लग गया।
राहुल गांधी ने PM मोदी और BJP पर निशाना साधते हुए कहा कि BJP आदिवासियों को दबाने कुचलने का काम करती है। दो विचारधाराओं की लड़ाई है। एक तरफ कांग्रेस पार्टी है जो कहती है सबकी रक्षा करनी है, सबको जोड़कर चलना है। दूसरी तरफ BJP है, बांटने का काम करती है, दबाने कुचलने का काम करती है। BJP दो हिंदुस्तान बनाना चाहती है। एक हिंदुस्तान अमीरों- उद्योगपतियों का और दूसरा गरीब आदिवासियों का। हम एक ही हिंदुस्तान के पक्ष में है।
राहुल ने कहा- 'आदिवासियों और कांग्रेस पार्टी का गहरा रिश्ता है। आपके इतिहास की हम रक्षा करते हैं। आपके इतिहास को मिटाना दबाना नहीं चाहते हैं, जब हमारी UPA की सरकार थी तो आपके लिए आपकी जमीन, जंगल, जल की रक्षा करने के लिए ऐतिहासिक कानून लाए। बेणेश्वर में जब मेला होगा तो मैं भी आना चाहूंगा। यह आदिवासियों का महाकुंभ होता है। मैं भी आंखों से देखना चाहता हूं, दर्शन करना चाहता हूं।'
बीजेपी के राज्यसभा सासंद किरोड़ीलाल मीणा सरकार का लगातार विरोध कर रहे हैंं। कांग्रेस के चिंतन शिविर में भी सासंद किरोड़ी के विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए उन्हें जिले में एंट्री नहीं करने दी गई थी। कई बेरोजगार युवाओं के संगठनों से भी काले झंडे दिखाए जाने की आशंका थी। सभा में कोई किरोड़ी समर्थक या बेरोजगार काले झंडे दिखाकर विरोध नहीं कर दे, इससे बचने के लिए सभा में काले रंग को ही बैन कर दिया गया। राहुल की सभा में काले रंग के कपड़े बैन करना चर्चा का विषय बना हुआ है।