राहुल ने राजस्थान प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर बोल दी बड़ी बात!
राजस्थान में रहकर ही गहलोत की छाती पर मूंग दलेंगे पायलट
कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने साफ शब्दों में इनकार कर दिया है कि वर्तमान परिस्थितियों में राजस्थान के अंदर नेतृत्व परिवर्तन नही होगा । जहां तक असन्तुष्ट नेता सचिन पायलट का सवाल है, उन्हें और उनके समर्थकों को सम्मानजनक पद देने का भरोसा दिलाया गया है ।
पिछले एक सप्ताह के भीतर सचिन की राहुल गांधी से दो बार मुलाकात हो चुकी है । जहां सचिन नेतृत्व परिवर्तन करने पर अड़े हुए है, वहीं राहुल ने दो टूक शब्दों में नेतृत्व परिवर्तन से मना कर दिया है । सचिन की ओर से तर्क दिया गया कि जब पंजाब में नेतृत्व परिवर्तन किया जा सकता है तो राजस्थान से परहेज क्यो ?
आजकल सोनिया गांधी के बजाय राहुल ही सारे फैसले ले रहे है । पंजाब में कैप्टन के बजाय चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम नियुक्त करने का निर्णय राहुल का ही था । राहुल ने सचिन से कह दिया है कि सीएम के अलावा अपने लिए वे किसी भी पद का चयन कर सकते है ।
उच्चस्तरीय सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि सचिन का एकमात्र उद्देश्य अशोक गहलोत को सीएम पद से बेदखल करना है । इसी गरज से सचिन ने हाल ही में सीपी जोशी से मुलाकात की । सचिन चाहते है कि गहलोत को हटाकर सीपी जोशी को सीएम बनाया जाए । सीपी के स्वभाव से सभी वाकिफ है । यदि वे सीएम बन गए तो गहलोत और उनके समर्थकों को किनारे लगाने में कतई पीछे नही रहेंगे ।
सचिन को यह भी नही भूलना चाहिए कि सीपी जैसा व्यक्ति किसी रिमोट से संचालित नही होगा । सत्ता हाथ मे आने के बाद सचिन को भी अंगूठा सीपी अंगूठा दिखाएंगे । सूत्र कहते है कि सचिन ने फिलहाल तय नही किया है कि उनकी भूमिका क्या रहेगी । उन्हें संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने का भी प्रस्ताव दिया गया है ।
यह भी ज्ञात हुआ है कि पायलट को फिर से पीसीसी चीफ का पद भी संभालने का प्रस्ताव दिया गया है । इसके अलावा उनके तीन-चार समर्थको को मंन्त्रिमण्डल में जगह देने की भी बात चल रही है । सचिन खुद नही, अपने समर्थकों को उचित प्रतिनिधित्व दिलाने की पैरवी कर रहे है ।
सूत्र कहते है कि नवरात्रा स्थापना के साथ ही किसी भी मंत्रीमंडल का विस्तार या पुनर्गठन हो सकता है । सोनिया गांधी फिलहाल हिमाचल गई हुई है । उनके आने के बाद राजस्थान के मसले पर चर्चा होगी । उम्मीद यही जताई जा रही है कि फिलहाल पायलट न तो पीसीसी चीफ बनने के मूड में है और न ही डिप्टी सीएम । बोलने में पायलट सिद्धस्त है, इसलिए इन्हें संगठन में महत्वपूर्ण पद देने के अलावा मीडिया की भी जिम्मेदारी दिए जाने की चर्चा है । लेकिन पायलट राजस्थान में रह कर गहलोत की छाती पर मूंग दलना चाहते है ।