पंकज चतुर्वेदी
दिल्ली। राजधानी में एक बार फिर इंसानियत शर्मसार हो गई है। रणजीत नगर इलाके में एक युवक ने छह साल की मासूम को बंधक बनाकर न सिर्फ दुष्कर्म किया, बल्कि विरोध करने पर मारपीट भी की। दर्द से कराहती बच्ची की पीड़ा यहीं खत्म नहीं हुई। बेटी को लेकर बेबस पिता दिल्ली के 5 नामचीन अस्पतालों के बीच करीब 15 किमी और ढाई घंटे तक चक्कर काटता रहा, लेकिन इलाज देने के बजाय उसे दूसरे अस्पतालों में टरकाया जाता रहा।
सरदार पटेल अस्पताल से लेडी हार्डिंग अस्पताल, आगे कलावती, फिर लेडी हार्डिंग..., खून से लथपथ बच्ची को लेकर नई दिल्ली और मध्य दिल्ली में स्थित इन अस्पतालों के बीच उसे एंबुलेंस से भटकना पड़ा। आखिरकार, डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में वह अपनी बेटी को भर्ती करा पाया। आईसीयू में भर्ती मासूम की 36 घंटे बाद भी हालत नाजुक बनी हुई है।
बच्ची की सेहत पर सवाल करते ही शनिवार को पिता रो पड़े। सिसकते हुए बताया कि शुक्रवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे पत्नी ने घटना की जानकारी दी तो भागकर घर पहुंचा। घर के बाहर भीड़ जमा थी और किसी ने घटना की जानकारी पुलिस और एंबुलेंस को दे दी थी। एंबुलेंस के मौके पर पहुंचते ही वह बच्ची को लेकर अस्पताल भागा। करीब 11 बजे सरदार पटेल अस्पताल पहुंचा। वहां कहा गया कि बच्ची का इलाज यहां संभव नहीं है, लेडी हार्डिंग अस्पताल जाना पड़ेगा।
इस दौरान अस्पतालकर्मियों से मिन्नतें करता रहा, लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी। थक हारकर करीब 12 बजे लेडी हार्डिंग अस्पताल पहुंचा। वहां से कलावती अस्पताल जाने की सलाह दी गई।
कलावती अस्पताल में कहा गया कि दूसरे इलाके का मामला है। उसे वापस लेडी हार्डिंग जाने को कहा गया। इस बीच बच्ची दर्द से बेहाल थी। बेटी का सिर थामे पिता उसे वापस लेडी हार्डिंग अस्पताल ले गया, जहां से उसे राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई। दोपहर करीब 1:30 बजे राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती करा पाया। पहले बच्ची को स्थिर करने के लिए प्राथमिक इलाज किया और फिर शाम छह बजे ऑपरेशन करने के बाद रात 11:00 बजे उसे गहन चिकित्सा कक्ष में भेज दिया गया। बच्ची की हालत अब भी गंभीर है।
यूं लगाया 15 किमी का चक्कर
रणजीत नगर से सरदार पटेल अस्पताल, पटेल नगर करीब 2.8 किमी
सरदार पटेल अस्पताल से लेडी हार्डिंग अस्पताल करीब 8.8 किमी
लेडी हार्डिग अस्पताल से कलावती अस्पताल करीब 5.50 किमी
कलावती से लेडी हार्डिंग अस्पताल करीब 5.50 किमी
लेडी हार्डिंग से राम मनोहर लोहिया अस्पताल करीब 2.5 किमी
बच्ची का पिता माल ढोने वाला रिक्शा चलाता है, जबकि मां घरों में साफ-सफाई का काम करती है। बच्ची की 11 महीने की छोटी बहन है। पिता ने बताया कि शुक्रवार सुबह बेटी गुरुद्वारे में लंगर लेने गई थी। एक बार लंगर लेकर घर पहुंचाया और उसके बाद दोबारा चली गई। वापस लौटने पर खून से लथपथ थी।
पूछताछ में मां को बताया कि रास्ते में 20 से 25 साल का युवक उसे कॉपी-किताब देने का लालच देकर अपने साथ एक कमरे में ले गया, जहां उसके साथ गलत काम किया। युवक के वहां से जाने के बाद बच्ची किसी तरह घर पहुंची। सीसीटीवी में कैद हुआ आरोपी
अस्पताल से घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को खंगाला। एक कैमरे में आरोपी कैद हो गया है। हालांकि उसने मास्क लगा रखा था। वह बच्ची को अपने साथ ले जाता दिखा।
यह निर्भया से भयानक मामला है। अभी परसो ये अस्प्ताल वाले आदर पूनावाला को अरबों कमाने पर नाच रहे थे। जिन लोगों ने बच्ची को भर्ती करने से मना किया उन्हें सस्पेंड नहीं, टर्मिनेट किया जाए। इन रास्तों में पुलिस की भूमिका की जांच हो। बच्ची के बेहतर इलाज के लिए धन की कमी आड़े न आये। आप सभी इस मांग में साथ दें। जरूरी हुआ तो दिल्ली में बड़ा प्रदर्शन करेंगे।