Ravichandran Ashwin: धोनी की स्टाइल में आर अश्विन का संन्यास लेने पर नाखुश हैं सुनील गावस्कर, कही ये बड़ी बात
Ravichandran Ashwin: रवीचंद्रन अश्विन का ऐसे मौके पर रिटायरमेंट लेने का फैसला सुनील गावस्कर को रास नहीं आया है. उन्होंने धोनी की तुलना करते हुए बड़ी बात कही है.
Sunil Gavaskar on Ravichandran Ashwin Retirement: सुनील गावस्कर भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज के बीच में ही रविचंद्रन अश्विन के रिटायमरमेंट के फैसले से नाखुश हैं. सुनील गावस्कर ने कहा कि इस दिग्गज स्पिनर ने वही किया जो एमएस धोनी ने 2014-15 की ऑस्ट्रेलिया सीरीज के दौरान किया था. बता दें कि धोनी ने भी तब ऑस्ट्रेलिया सीरीज के दौरान टेस्ट से संन्यास ले लिया था.
सुनील गावस्कर को रास नहीं आया अश्विन का फैसला
भारतीय दिग्गज स्पिनर आर अश्विन ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024 के तीसरे मैच जो गाबा में खेला गया इसके खत्म होते ही इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कर दिया, लेकिन पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर अश्विन के फैसले से खुश नहीं थे और उन्होंने 2014-15 में ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज के दौरान एमएस धोनी के रिटायरमेंट लेने के फैसले से तुलना करते हुए तर्क दिया कि इस तरह के फैसले टीम की प्लान को नुकसान पहुंचाते हैं.
सीरीज के बीच में संन्यास लेना समझ से बाहर
सुनील गावस्कर ने कहा, वह (अश्विन) यह भी कह सकते थे कि सीरीज खत्म होने के बाद मैं भारत के लिए चयन के लिए उपलब्ध नहीं रहूंगा. इसी तरह जब एमएस धोनी 2014-15 सीरीज में तीसरे टेस्ट के अंत में रिटायर हुए, तो एक खिलाड़ी कम रह गया.
गावस्कर ने आगे कहा, सेलेक्शन कमेटी ने एक दौरे के लिए कई खिलाड़ियों को एक उद्देश्य के साथ चुना है. अगर कोई चोटिल होता है तो वे रिजर्व खिलाड़ियों में से किसी को टीम में शामिल कर सकते हैं. इसलिए, सिडनी ऐसी जगह है, जहां स्पिनरों को काफी फायदा मिलता है. इसलिए भारत दो स्पिनरों के साथ खेल सकता था. आप कभी नहीं जानते. वह निश्चित रूप से वहां हो सकता था. मुझे नहीं पता कि मेलबर्न की पिच कैसी होगी. आम तौर पर, आप सीरीज के अंत को देखते हैं. बस इतना ही, सीरीज के बीच में संन्यास लेना सामान्य नहीं है.'
अश्विन पिंक-बॉल टेस्ट से पहले ही संयास लेने वाले थे
गाबा टेस्ट के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, भारतीय कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma)ने इस बात का खुलासा किया कि आर अश्विन ने पहले ही संंन्यास का ऐलान कर दिया था, लेकिन उन्हें पिंक-बॉल टेस्ट के लिए रुकने के लिए मनाना पड़ा था. अश्विन का संन्यास बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में एक महत्वपूर्ण मोड़ पर आया है, जहां गाबा टेस्ट ड्रॉ होने के साथ सीरीज अब 1-1 से बराबरी पर है.
भारत के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज
आर अश्विन ने भारत के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज के रुप में संन्यास लिया है. उनके तीनों ही फॉर्मेट में कुल 765 विकेट हैं. बात अगर फॉर्मेट के मुताबित करें तो 2010 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत करने वाले अश्विन ने 106 टेस्ट, 116 वनडे और 65 टी 20 मैच खेले हैं. टेस्ट में 37 बार 5 विकेट लेते हुए कुल 537 विकेट, वनडे में 156 और टी 20 में 72 विकेट उनके नाम हैं. टेस्ट में बतौर बल्लेबाज भी उनका रिकॉर्ड शानदार रहा है और 6 शतक, 14 अर्धशतक लगाते हुए 3503 रन बना चुके हैं.