आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह ने बीते दिन मुरादनगर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में भ्रष्टाचार की बाढ़ आई हुई है जिसमें इन पच्चीस लोंगों की जान चली गई।
मुरादनगर में श्मशान में दलाली का जो मामला सामने आया जिसमें 25 लोगों की जान चली गई है उनके परिवारों से मैं मिलने गया था, वे लोग काफी दुखी है, पीड़ित और आक्रोशित हैं। लोग अपने परिजन की लाश लेकर श्मशान गए थे लेकिन उन्हें नहीं मालूम था कि योगी आदित्यनाथ सरकार के दलाली खाने के कारण, श्मशान में ही 25 लोगों की जान चली जाएगी जहाँ से उनकी लाशों को घर ले जाना पड़ेगा।
स्थानीय लोगों ने बताया कि वर्तमान चेयरमैन से इस भ्रष्टाचार की कई बार शिकायत हुई फिर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। विभागीय मंत्री और विभागीय अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही ना होना साबित करता है कि ऊपर से लेकर नीचे तक योगी आदित्यनाथ जी की सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है।
मुरादनगर में हुई घटना केवल एक नगरपालिका का मामला नहीं है बल्कि ऐसी दलाली और भ्रष्टाचार उत्तर प्रदेश के सभी नगर पालिकाओं और ज़िलों में हो रहा है। निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार, कर्मचारियों की नियुक्ति में भ्रष्टाचार, सफाई कर्मचारियों को रखने में भ्रष्टाचार हो रहे हैं और जब इन घोटालों के विरुद्ध आवाज़ उठाई जाती है तो योगी आदित्यनाथ की सरकार द्वारा SIT बना कर जांच का ढोंग किया जाता है।
कोरोना में दलाली खाई गई, PPE किट में दलाली खाई गई, ऑक्सीमीटर - थर्मामीटर में दलाली खाई गई, जब इसके खिलाफ बोलो तो एक नया मजाक किया जाता है योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा और एक सुरक्षा कवच के तौर पर SIT बनाने का ढोंग करते हुए मामले को रफा-दफा कर दिया जाता है।
मुरादनगर के पीड़ित परिवारों को सरकारी नौकरी देने की बात कही गई थी लेकिन कोई निश्चित समय निर्धारित नहीं किया गया है, हमारी मांग है कि उनको 1 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाए क्योंकि उनका सब कुछ तबाह हो गया है।