सेल्फी लेना सास बहू को पड़ा महंगा, सास का तो शव मिल गया लेकिन बहू की तलाश जारी
मध्य प्रदेश के जबलपुर से एक दर्दनाक घटना सामने आई है. जहां पर सेल्फी दो लोगों की मौत का कारण बनी. यह घटना न्यू भेड़ाघाट के धुंआधार झरने की है, जहां पर मुंबई के घाटकोपर से एक परिवार पिकनिक मनाने पहुंचा था.
पुलिस के मुताबिक, सास हंसा सोनी अपनी होने वाली बहू रिद्धि के साथ झरने के बेहद नजदीक एक चट्टान पर सेल्फी ले रही थीं. तभी सास का पैर फिसला और दोनों नर्मदा नदी के तेज बहाव में बह गईं. सास का शव मिल गया लेकिन होने वाली बहू की तलाश जारी है.
सास और बहू के नदी में गिरते ही चारों तरफ मदद के लिए चीख पुकार मच गई. सूचना मिलने पर तत्काल बचाव टीम रेस्क्यू में जुट गई. तिलवारा थाने के एसई लेखराम सिंह ने बताया कि गोताखोर और होमगार्ड की मदद से देर रात हंसा सोनी का शव पानी से निकाल लिया गया लेकिन बहू की तलाश की जा रही है. बताया जा रहा है कि झरने में गिरने से पहले रिद्धि ने अपने मंगेतर के साथ भी सेल्फी ली थी जो उसकी आखिरी सेल्फी साबित हुई.
भेड़ाघाट में ये पहली घटना नहीं है, यहां पर सेल्फी के चक्कर में कई लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी है. लोगों का कहना है कि भेड़ाघाट के धुआंधार जलप्रपात क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था नदारद नजर आती है. न तो पर्यटकों को रोकने टोकने के लिए सुरक्षाकर्मी मौजूद होते हैं और न ही खतरनाक जगह पर सांकेतिक बोर्ड लगाए जाते हैं और यही नासमझी कई बार लोगों की जान का कारण बन जाती है.
एसआई लेखराम नादोनिया का कहना है कि यह परिवार मुंबई के घाटकोपर इलाके का रहने वाला है. शुक्रवार को 50 साल महिला हंसा सोनी परिवार के साथ अपनी होने वाली बहू 22 वर्षीय रिद्धि पिछड़िया के साथ न्यू भेड़ाघाट घूमने आए थे. शाम करीब 4 बजे न्यू भेड़ाघाट में नर्मदा किनारे गोपाला होटल के पास हंसा एवं रिद्धि सेल्फी लेने के लिए चट्टानों पर खड़ी थी, तभी वे दोनों फिसल कर नदी में जा गिरी और डूब गई.
हंसा और रिद्धि का आने वाली 12 जनवरी को वापस मुंबई जाने का प्रोग्राम था. इस घटना के बाद से अरविंद एवं राज सोनी का बुरा हाल है और वे किसी से भी कुछ कह पाने की स्थिति में भी नहीं है. फिलहाल पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई कर शव को पीएम के लिए भेज दिया है.