हुई एक साल की सजा! 8 महीने में रिहा हो सकते हैं सिद्धू, जानिए क्या कहते हैं जेल नियम
पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिद्धू(Navjot Singh Sidhu) जेल पहुंच गए हैं। 34 साल पुराने मामले में सुप्रीम कोर्ट(Supreme court) ने उन्हें एक साल की सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। शुक्रवार शाम को सिद्धू ने पटियाला कोर्ट(Patiala Court) में सरेंडर(Surrender) किया था। इसके बाद उनका मेडिकल करवाया गया और फिर उन्हें जेल भेज दिया गया। जेल में उन्हें एक नया नंबर मिला है।
सिद्धू अब कैदी नंबर 241383 (Sidhu now prisoner number 241383)हो गए हैं। उन्हें बैरक नंबर सात में रखा गया है। उन्हें जेल के अंदर एक कुर्सी-मेज, दो पगड़ी, एक अलमारी, एक बेड, बनियान, अंडरवियर, कॉपी-पेन और कुर्ता पायजामा दिया गया है। सूत्रों के अनुसार, सिद्धू ने रात को खाना नहीं खाया। नवजोत सिंह सिद्धू 364 दिन की सजा काटेंगे। दरअसल, वह इस मामले में एक दिन की सजा पहले ही काट चुके हैं।
रोड रेज केस में जेल गए नवजोत सिद्धू का आचरण ठीक रहा तो उन्हें सिर्फ 8 महीने की ही कैद काटनी होगी। इसके बाद वह जेल से बाहर आ सकते हैं। जेल अफसरों और सरकार के पास यह अधिकार है। जिसमें वह कैदी को जेल के अंदर अच्छे आचरण और अनुशासन के आधार पर सजा से कुछ दिनों की छूट दे सकते हैं।
जानिए क्या कहते हैं जेल नियम
फैक्ट्री में काम के बदले 48 दिन की छूट: सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू को बामशक्कत कैद की सजा सुनाई है। वह जेल फैक्ट्री में काम करते हैं तो एक साल की सजा में उन्हें 48 दिन की छूट मिलेगी। जेल में काम के दौरान अकुशल श्रमिक होने से पहले 3 महीने कोई वेतन नहीं मिलता, लेकिन एक महीने में 4 दिन की छूट मिलती है।
सुपरिटेंडेंट को 30 दिन की छूट का अधिकार : जेल सुपरिटेंडेंट के पास किसी भी कैदी को सजा में 30 दिन की छूट देने का अधिकार होता है। जेल अनुशासन का उल्लंघन करने वालों को छोड़ यह छूट लगभग हर कैदी को मिल जाती है।
सियासी सहमति हो तो 60 दिन छूट संभव: DGP या ADGP जेल के पास भी सजा में 60 दिन की छूट का अधिकार है। हालांकि, यह कुछ विशेष मामलों में ही दी जाती है। खास तौर पर जहां सियासी सहमति हो। सिद्धू के CM भगवंत मान से अच्छे रिश्ते हैं। कुछ दिन पहले उनकी भगवंत मान से मुलाकात भी हुई थी।
सरकार खास मौके पर देती है छूट: इसके अलावा सरकार अक्सर कैदियों को खास मौके पर राहत देती है। अगर ऐसा हुआ तो सिद्धू को सजा में छूट का एक और मौका मिल सकता है।
ऐसे होगी सिद्धू की दिनचर्या
सिद्धू का जेल में दिन सुबह साढ़े 5 बजे शुरू हो जाएगा। सुबह 7 बजे चाय के साथ बिस्किट या काले चने दिए जाएंगे। इसके बाद सुबह 8.30 बजे नाश्ता होगा। जिसमें रोटी और दाल या सब्जी मिलेगी। इसके बाद उन्हें काम करने के लिए फैक्ट्री में ले जाया जाएगा। वहां उन्हें दिनभर काम करना होगा। शाम साढ़े 5 बजे उनकी छुट्टी होगी। शाम 6 बजे उन्हें रात का खाना मिलेगा। रात 7 बजे उन्हें बैरक में बंद कर दिया जाएगा।
सिद्धू से मांगे गए 5 नंबर
जेल प्रशासन ने सिद्धू से कहा कि वे कोई भी 5 नंबर दे सकते हैं। जेल में बंद कैदी को जेल प्रशासन ने फोन करने की सुविधा दे रखी है। कैदी उन्हीं को फोन कर सकता है, जिनके नंबर वह जेल प्रशासन को देता है। दिए गए नंबरों के अलावा किसी भी अन्य नंबर काल करने की सुविधा नहीं होती, क्योंकि वही नंबर रिकॉर्ड में रखे जाते हैं।
अपनी रंगीन ड्रेसिंग स्टाइल के लिए चर्चा में रहने वाले सिद्धू को जेल में सफेद कपड़े ही पहनने पड़ेंगे। जेल नियमों के मुताबिक सजायाफ्ता कैदियों को सफेद कपड़े पहनने होते हैं। वहीं सूत्रों के मुताबिक सिद्धू को पढ़े-लिखे होने के कारण जेल की फैक्टरी में काम दिया जा सकता है, जहां बिस्कुट व फर्नीचर का सामान बनता है। उन्हें जेल की लाइब्रेरी या ऑफिस में भी कोई काम मिल सकता है। तीन माह बिना वेतन के काम करने के बाद सिद्धू को पहले अर्धकुशल कैदी माना जाएगा और इस दौरान उन्हें काम के बदले 30 रुपये का भुगतान होगा। इसके बाद कुशल कैदी बनने पर रोजाना 90 रुपये कमा सकेंगे।