सपा सांसद ने भाजपा और संघ पर बोला जोरदार हमला, कहा-भाजपा और संघ के लोग मुसलमान को घेर कर....
समाजवादी पार्टी के नेता और सांसद डॉक्टर शफीकुर्रहमान बर्क ने राजस्थान में हुई मॉब लिंचिंग की घटना को लेकर संघ और भाजपा पर हमला बोला है।
UP News: समाजवादी पार्टी के नेता और सांसद डॉक्टर शफीकुर्रहमान बर्क (Shafiqur Rahman Barq) राजस्थान में हुई मॉब लिंचिंग की घटना को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। सपा सांसद ने कहा कि देश में बहुत दिनों से मॉब लिंचिंग चल रही है। बेगुनाह लड़कों को घेर कर जय श्रीराम के नारे लगवाना इंसानियत के खिलाफ है। यूपी के संभल सीट से सपा सांसद ने कहा कि केंद्र और यूपी सरकार को भी मालूम है कि क्या हो रहा है। दुनिया के किसी भी देश में ऐसी व्यवस्था नहीं है। यह सिर्फ हमारे ही देश में मॉब लिंचिंग के नाम पर पीटा जा रहा है।
बीजेपी और आरएसएस पर बोला हमला
सांसद ने आगे कहा कि भाजपा और संघ के लोग मुसलमान को घेर कर नारे लगवाते हैं और पीट-पीट कर जान से मार देते हैं। देश को ठीक से चलने के जरूरी है कि व्यवस्था में बदलाव आए। देश की हालत खराब हुई है। कानून व्यवस्था लचर है। आगामी चुनाव व्यवस्था को बदल देगा। सपा सांसद ने आरोप लगाया कि बीजेपी और संघ के लोग देश में हिंदू मुस्लिम की नफरत फैलाकर हालात बिगाड़ रहे हैं। मुसलमान ही नहीं बल्कि हिंदू भाई भी पसंद नहीं कर रहे हैं। उनकी वजह से देश की तरक्की रुक गई है।
ईमानदार पुलिस वालों को हटाए जाने का किया विरोध
शफीकुर्रहमान बर्क ने मध्यप्रदेश के उज्जैन में हुई रेप की घटना पर भी तीखी टिप्पणी की। सपा सांसद ने कहा कि इससे ज्यादा शर्म की बात कोई नहीं हो सकती। पीड़ित बच्ची किसी की भी हो, हम सब की बच्ची है और मेरी भी बच्ची है। इसलिए देश की बच्चियों के साथ इस तरह का अत्त्याचार करना बड़ी बदनामी की बात है। उन्होंने 3 साल से अधिक एक ही जनपद में तैनात और विधानसभा चुनाव करा चुके पुलिस वालों को हटाए जाने का विरोध किया। सपा सांसद ने कहा कि सरकार चाहती है कि आने वाला चुनाव उनकी मर्जी के लोग करायें।
इसीलिए ईमानदार अधिकारियों को पसंद नहीं किया जा रहा है। मनपसंद लोगों को सरकार उनकी जगह पर लाकर चुनाव में मदद लेना चाहती है। सरकार ऐसे लोगों को पसंद करती है जो जुल्म ज़्यादती और अत्याचार करें और अच्छे काम ना करें। सपा सांसद ने कहा कि देश में चुनाव अगर ईमानदारी से नहीं होंगे तो देश का संविधान और प्रजातंत्र खत्म हो जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले लड़ाई झगड़े वाले और ध्रुवीकरण लाभ लेने के लिए कराए जाएंगे। इंसाफ पसंद अधिकारियों को सरकार पसंद नहीं करती है। उनको पदों से हटाया जा रहा है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।