पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू ने इस पद से अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। शुक्रवार को चंडीगढ़ सेक्टर 27 स्थित प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिद्धू ने ये घोषणा की। उन्होंने साफ किया उनका इस्तीफा व्यक्तिगत अहंकार का मामला नहीं था, बल्कि हर पंजाबी का हित था।
नवजोत सिद्धू ने अपना इस्तीफा लेने के साथ ही पार्टी में अपनी महत्ता को भी समझाने की कोशिश की है। उन्होंने सरकार पर दबाव बनाए रखा है। सिद्धू ने कहा कि प्रदेश में जिस दिन नए एडवोकेट जनरल बनेंगे और नया पैनल आ जाएगा, मैं उस दिन ऑफिस जाकर अपना कार्यभार संभालूंगा। साफ है कि सिद्धू नए एजी की नियुक्ति व पैनल में अपना दखल चाहते हैं। इससे अब पंजाब सरकार पर दबाव बनना तय है। वहीं, विपक्षी पार्टियों के लिए भी मुद्दा मिलेगा।
बतादें कि 28 सितंबर को अचानक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर उन्होंने हर किसी को चौंका दिया था। सिद्धू के कारण कांग्रेस को सीनियर नेता व पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह खोना पड़ा है। ऐसे में उनके इस्तीफे के बाद सियासी हंगामा भी मचा। हालांकि, अब उन्होंने इस्तीफा वापस लेने की घोषणा कर दी है। कांग्रेस आलाकमान की ओर से सिद्धू के इस्तीफे को स्वीकार न कर पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को मामला सुलझाने का निर्देश दिया गया।