जिद्दी मोदी किसान की बात माने, इसलिए पूजा कर रहा हूँ - आचार्य प्रमोद कृष्णम
कल्कि पीठ पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम गीता जयंती समारोह में शामिल होने के लिए बांदा पहुंचे, वहां उन्नेहोंने बुंदेलखंड के शेरपुर स्थित माँ विंध्यवासिनी देवी मंदिर का दर्शन भी किये। आचार्य ने कहा है कि अपने को प्रधान सेवक कहने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेहद जिद्दी हैं। देश के किसानों से यह जिद उचित नहीं। पीठाधीश्वर ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री की सद्बुद्धि के लिए कई धर्म स्थलों पर परमात्मा से प्रार्थना की है।
पीठाधीश्वर शनिवार को यहां पूर्व सांसद स्वर्गीय रामनाथ दुबे के आवास पर मीडिया से मुखातिब थे। आचार्य श्री कृष्णम यहां गीता जयंती में शामिल होने आए थे। किसानों की वकालत करते हुए कहा कि जब हरेक व्यवसायी को अपने उत्पादन की कीमत तय करने का अधिकार है तो किसानों को क्यों नहीं?
एक माह से दिल्ली की सीमा में हजारों किसान आंदोलन पर डटे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री तो दरकिनार उनके मंत्रिमंडल का कोई सदस्य भी किसानों के धरनास्थल नहीं पहुंचा। उन्होंने भाजपा के नेताओं को दिगभ्रमित बताते हुए कहा कि वह देश की जनता को मूर्ख समझ रहे हैं।
विपक्ष में कोई विकल्प न होने के अहंकार में डूबे हैं। कहा कि कानून सड़क से नहीं बनता, लेकिन संसद का रास्ता यहीं से जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि बांदा वंदना के काबिल है। यह आध्यात्मिक और ऐतिहासिक महत्व का है। मीडिया वार्ता में कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजेश दीक्षित, मेजबान अधिवक्ता राजेश दुबे, प्रद्युम्न दुबे लालू, धीरेंद्र कुमार, राममिलन पटेल, सचिन चतुर्वेदी, निखिल सक्सेना आदि उपस्थित रहे। उधर, सिंहवाहिनी मंदिर में आयोजित गीता जयंती के अंतिम दिन शामिल हुए पीठाधीश्वर ने विष्णु के नौ अवतारों का भेद बताया।
विष्णु का दसवां अवतार कल्कि का होगा
पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने स्योढ़ा निहालपुर के प्राचीन किले का भ्रमण किया। कहा कि विष्णु के दशावतार में मर्यादा पुरूषोत्तम राम, श्रीकृष्ण व नौवें बुद्ध हैं। दसवां अवतार कल्कि का होगा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता स्वयं प्रकाश गिरी, स्योढ़ा प्रधान अचल गिरी, लालू दुबे, सचिन चतुर्वेदी, लखन अवस्थी, राजाबाबू शुक्ला, सिब्बी अवस्थी आदि मौजूद रहे।