महिला आरक्षण बिल का स्वामी प्रसाद मौर्या ने किया समर्थन साथ ही राष्ट्रपति को सदन में न बुलाने को लेकर कही बड़ी बात

सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या ने संसद के विशेष सदन में पेश किए गए महिला आरक्षण बिल का स्वागत किया है।

Update: 2023-09-20 03:37 GMT

महिला आरक्षण बिल का स्वामी प्रसाद मौर्या ने किया समर्थन।

UP News: संसद के विशेष सदन में कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल (Arjun Ram Meghwal) ने मंगलवार को लोकसभा में महिला आरक्षण से जुड़ा 128वां संविधान संशोधन 'नारी शक्ति वंदन विधेयक-2023' पेश कर दिया। इस पर हर तरफ से प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी के नेता और अपने विवादित बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने बड़ा बयान दिया है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने मोदी सरकारी की ओर से लाए गए महिला आरक्षण बिल का समर्थन किया है।

सपा नेता ने स्वामी प्रसाद मौर्या ने अपने सोशल मीडिया साइट 'एक्स' पर महिला आरक्षण बिल को लेकर एक पोस्ट किया। स्वामी प्रसाद मौर्य ने पोस्ट में लिखा कि महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने के फैसले का स्वागत करता हूं लेकिन संसद में महिला आरक्षण विधेयक में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्ग की महिलाओं के लिए अलग से आरक्षण की घोषणा न करना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।

राष्ट्रपति को न बुलाने को बताया दुर्भाग्यपूर्ण

स्वामी प्रसाद मौर्य ने पोस्ट में आगे लिखा कि रही बात नारी शक्ति वंदन विधेयक के नाम का पहले ही दिन संसद में मजाक बना दिया गया, जब नए संसद भवन में मंगलवार को प्रथम सत्र था तो राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सदन में आमंत्रित न करना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। राष्ट्रपति को न तो नए संसद के उद्घाटन में बुलाया गया और न सत्र के शुभारंभ में। यह अपमान और भेदभाव कहीं इसलिए तो नहीं कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समाज से हैं। एससी, एसटी, ओबीसी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के इस अपमान को बहुत ही गंभीरता से संज्ञान लिया है।

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