-पुलिस लाइन परिसर से सिपाही की बाइक उठा ले गए बेख़ौफ़ चोर
- जिले में बेखौफ हुए बदमाश, दहशत में जनपदवासी
- खाकी से उम्मीद टूटी, अपने सामान व जानमाल सुरक्षा अब स्वयं करे
( विवेक मिश्र )
अगर आप फतेहपुर में रहते हैं तो जरा सावधान हो जाइए, यहां खाकी के भरोसे आपकी सुरक्षा अब सम्भव नहीं है। ये हम ऐसे ही नहीं कह रहे, अब खाकी अपनी भी सुरक्षा करने में सक्षम नहीं है तो आपकी क्या करेगी। वैसे टूरिस्ट प्लेसो में लिखा ये वाक्य अब फतेहपुर के लिए बिल्कुल फिट बैठता है कि अपने सामान कि सुरक्षा स्वयं करें।
बता दें कि एक तरफ लगातार शहर क्षेत्र सहित जिले में हो रही दर्जनों घटनाएं इसका जीता जागता उदाहरण हैं वहीं दूसरी तरह पुलिस के अपने इलाके मतलब पुलिस लाइन से एक सिपाही की बाइक चोरी हो जाने से पुलिसकर्मियों के ही परिवार दहशत में हैं। उन्हें अब इस बात का भय सता रहा है कि कहीं लाइन के अंदर अब किसी के घर का ताला न टूट जाए। शातिर लुटेरे जनपद में इतने बेख़ौफ़ हो चुके हैं कि अब वह अधिकारियों के बंगलो के आस पास व पुलिस लाइन में घुसकर घटना को अंजाम दे रहे हैं। सोमवार रात शहर क्षेत्र में दो बड़ी घटनाएं हुई जिन्होंने खाकी की रात की नींद को हराम कर दिया। शहर क्षेत्र के ताम्बेश्वर इलाके में रात ढाई बजे घुसे बदमाशो ने अध्यापक चेतक सिंह के घर को निशाना बनाया। जहां अध्यापक के घर को लूटने के लिए उसे व उसके 12 वर्षीय बेटे को जमकर पीटा और गम्भीर घायल कर दिया। फिर नीचे की मंजिल में गए बदमाश ने अध्यापक की पत्नी प्रिया को पत्थर मारकर घायल कर लिया और जेवरात व नकदी लेकर फरार हो गया। बदमाशो के जाने के बाद घायलावस्था में अध्यापक ने पुलिस को फोन किया। तब पुलिस ने भोर पहर घायल परिवार को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया। घटना के बाद से परिवार दहशत में है। अध्यापक चेतक सिंह चूरामन खेड़ा में तैनात हैं। घटना की लिखित तहरीर उन्होंने कोतवाली में दी है। दूसरी घटना पुलिस लाइन परिसर में हुई। जब डायल 112 में तैनात कांस्टेबल अनिल कुमार की पल्सर बाइक बेखौफ चोर उड़ा ले गए। अनिल डायल 112 की 1182 संख्या वाहन में किशनपुर क्षेत्र में तैनात हैं। उनका परिवार पुलिस लाइन में रहता है। उनके आवास के नीचे उनकी पल्सर बाइक यूपी 70 डीपी 1488 लॉक खड़ी थी जिसे अज्ञात चोर उठा ले गए।
- पुलिस लाइन की एंट्री व परिसर में नहीं लगे सीसीटीवी
लोगो की सुरक्षा करने वाली खाकी की ही सुरक्षा में सेंध लग गई है। सिपाही की बाइक पुलिस लाइन परिसर से चोरी हो जाने से लोग अब खाकी से ही सवाल करने लगे हैं कि आखिर पुलिस लाइन सुरक्षित नहीं है तो कहां सुरक्षित माने। बता दें कि अभी तक पुलिस लाइन परिसर ही सीसीटीवी से लैस नहीं है। अगर सीसीटीवी से लैस होता तो शायद चोर घुसने की भी हिम्मत नहीं जुटा पाता। पूर्व में भी पुलिस की एक अपाचे बाइक परिसर से चोरी हो गई थी जिसमे प्रतिष्ठा लगाकर पुलिस ने 24 घण्टे में बरामद कर लिया था।
- कई घटनाओं में पुलिस के हाथ अभी तक खाली
लगभग दस से पन्द्रह दिन पूर्व डीएम बंगले के सामने एक कैंटीन में सेंध लगाकर चोरी हो गई थी। जिसका खुलासा तो दूर पुलिस ने एफआईआर दर्ज करना भी मुनासिब नहीं समझा। इसी तरह शहर क्षेत्र के राधानगर में हुई डकैती व हत्या, खालसा मोबाइल में 40 लाख की चोरी में भी पुलिस के हाथ अभी खाली हैं।
- क्या कहते हैं जिम्मेदार
इस बाबत सदर कोतवाल अरुण चतुर्वेदी ने बताया कि अध्यापक के घर मे सिर्फ एक बदमाश घुसा था जिसे पुलिस ने कुछ ही घण्टो में गिरफ्तार कर लिया। अध्यापक के घर से लूटे गए सामान की बरामदगी के प्रयास जारी हैं। सीओ सिटी दिनेशचन्द्र मिश्र ने कहा सभी घटनाओ पर पुलिस काम कर रही है एक शातिर गैंग पुलिस के हत्थे चढ़ा है। कई घटनाओं के खुलने के संकेत मिले हैं। जांच व गिरफ्तार लुटेरे से पूछताछ जारी है। सिपाही की बाइक चोरी की एफआईआर दर्ज कर ली गई है जल्द ही बरामदगी कर चोर को जेल भेजा जाएगा।