UP Free Cylinder: प्रदेश की दो तिहाई महिलाएं दीपावली पर फ्री सिलेंडर पाने से रह जाएंगी वंचित, जानिए क्या है कारण

यूपी की योगी सरकार ने दीवाली पर प्रदेश की महिलाओं को उज्जवला योजना के तहत फ्री सिलेंडर देने का फैसला की है। लेकिन प्रदेश की बहुत सारी महिलाएं इस योजना का लाभ नहीं उठा पाएंगी जानें कारण

Update: 2023-11-02 08:34 GMT

प्रदेश की दो तिहाई महिलाएं दीपावली पर फ्री सिलेंडर पाने से रह जाएंगी वंचित

PM Ujjwala Yojna: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कैबिनेट बैठक में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का लाभ ले रही महिलाओं को दीपावली से पहले मुफ्त सिलेंडर देने का फैसला किया है। लेकिन प्रदेश की बहुत सारी महिलाएं इस योजना का लाभ नहीं उठा पाएंगी। दो तिहाई लाभार्थी महिलाएं दीपावली पर फ्री एलपीजी सिलेंडर (रिफिल) पाने की प्रदेश सरकार की योजना से वंचित रह सकती हैं। इसका कारण उज्ज्वला योजना के सभी लाभार्थियों का आधार प्रमाणित न होना बताया जा रहा है।

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की करीब दो तिहाई लाभार्थी महिलाएं दीपावली से पूर्व मुफ्त एलपीजी सिलेंडर (रिफिल) पाने की प्रदेश सरकार की योजना से वंचित रह सकती हैं। खाद्य एवं रसद विभाग के आंकड़ों के मुताबिक उज्ज्वला योजना के करीब 54.04 लाख लाभार्थियों का ही आधार सत्यापित है। जबकि निशुल्क रसोई गैस सिलेंडर का लाभ प्रदेश में 1.75 करोड़ गरीब महिला लाभार्थियों को दिया जाना है।

आधार वेरिफाइड होने पर मिल सकेगा लाभ

खाद्य आयुक्त सौरभ बाबू के अनुसार सिर्फ आधार प्रमाणित लाभार्थियों को ही योजना का लाभ मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि जैसे-जैसे आधार वेरिफिकेशन का कार्य पूरा होता जाएगा मुफ्त एलपीजी सिलेंडर का लाभ मिल सकेगा। वहीं इंडियन आयल कंपनी के उप महाप्रबंधक रमेश कुमार के मुताबिक आधार वेरिफिकेशन का कार्य किया जा रहा है। हालांकि, उन्होंने यह साफ नहीं किया कि दीपावली से पहले कितने लाभार्थियों को सरकार की इस योजना का लाभ मिल पाएगा।

मुफ्त सिलेंडर देने का ऐलान

आपको बता दें कि योगी सरकार ने उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को मुफ्त सिलेंडर देने का ऐलान किया है। सरकार ने साल में दो बार अक्टूबर से दिसंबर और जनवरी से मार्च के बीच दो एलपीजी सिलेंडर मुफ्त देने का ऐलान किया है। खाद्य एवं रसद विभाग की इस योजना को कैबिनेट ने मंगलवार को स्वीकृति प्रदान की है। योजना के तहत लाभार्थी को पहले खुद एलपीजी सिलेंडर रिफिल कराना होगा और इसके पांच दिन बाद उनके आधार प्रमाणित बैंक खाते में तेल कंपनियों द्वारा राशि भेजी जाएगी।

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