नई दिल्ली: संघ लोक सेवा आयोग परीक्षा (UPSC) में हर साल लाखों छात्र शामिल होते हैं और कुछ हजार अभ्यर्थियों को ही सफलता मिल पाती है. हालांकि कुछ छात्र ऐसे भी होते हैं, जो अपनी सफलता से नई मिसाल कायम करते हैं. ऐसी ही कहानी आईएएस अफसर पूजा गुप्ता (Pooja Gupta) की है, जो साल 2018 में यूपीएससी परीक्षा पास कर आईपीएस अफसर बनी थीं और अब सिविल सेवा एग्जाम 2020 (CSE Exam 2020) में सफलता हासिल कर आईएएस सपना बनने का सपना पूरा किया.
मां हैं दिल्ली पुलिस में असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर
पूजा गुप्ता (Pooja Gupta) की मां रेखा गुप्ता (Rekha Gupta) दिल्ली पुलिस में असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (Assistant Sub-Inspector in Delhi Police) के पद पर तैनात हैं, वहीं उनके पिता प्राईवेट कंपनी में नौकरी करते हैं. पूजा शुरू से ही अपनी मां की वर्दी से प्रेरित थीं और सिविल सेवा परीक्षा देना चाहती थीं.
ऐसे हुआ सिविल सर्विसेस की तरफ आकर्षण
DNA की रिपोर्ट के अनुसार, पूजा गुप्ता (Pooja Gupta) जब 12वीं क्लास में थीं तो उन्होंने डॉक्टर बनने का फैसला कर लिया है और तैयारी भी शुरू कर दी थी. हालांकि स्कूल में शानदार प्रदर्शन के बाद पूजा को डीसीपी ने सम्मानित किया था, जिसके बाद आईपीएस बनने की तरफ उनका आकर्षण बढ़ा.
ऐसे की यूपीएससी एग्जाम की तैयारी
साल 2012 में ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद तक पूजा गुप्ता (Pooja Gupta) ये नहीं पता था कि क्या करना है, लेकिन उन्होंने तय कर लिया था कि उन्हें सिविल सर्विसेज में ही जाना है. इसके बाद पूजा ने यूपीएससी एग्जाम की तैयारी शुरू की और शुरुआती तैयारी के लिए इंटरनेट की मदद ली. उन्होंने यूट्यूब पर टॉपर्स के वीडियोज देखे और उनके अनुभवों से पढ़ाई का सही तरीका पता चला. इसके बाद उन्होंने पढ़ाई के लिए नोट्स बनाना शुरू किया. उन्होंने एनसीईआरटी की किताबों और अखबारों से भी मदद ली. इसके अलावा वह पीआईबी और पीआरएस जैसी कुछ सरकारी वेबसाइटों पर भी लगातार नजर रखती थीं ताकि वहां से कंटेंट मिल सके.
2018 में बनी थीं आईपीएस अफसर
साल 2018 में पूजा गुप्ता (Pooja Gupta) ने पहली बार यूपीएससी एग्जाम दिया और अपने पहले ही प्रयास में सफलता हासिल कर ली. उन्होंने ऑल इंडिया में 147 रैंक हासिल किया और उनका सेलेक्शन आईपीएस के तौर पर हुआ.
ऐसे तय किया IPS से IAS का सफर
पूजा गुप्ता (Pooja Gupta) के दादा जी चाहते थे कि पूजा आईएएस बनें और अपने दादा की इच्छा पूरी करने के लिए उन्होंने ट्रेनिंग के साथ ही यूपीएससी एग्जाम की तैयारी जारी रखी. उन्होंने एक साल का ब्रेक लिया और 2020 में इसके बाद दूसरे प्रयास में उन्हें सफलता मिली और सिविल सेवा एग्जाम 2020 (CSE Exam 2020) में 42वीं रैंक हासिल कर आईएएस बन गईं. उनके सपने और लक्ष्य को पूरा करने में उनके परिवार ने पूरा सहयोग किया.